कछौना/हरदोई। विकास खंड कछौना सभागार में सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सरेंशन (आत्मा) विकास खंड स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जागरूक किया गया।
कृषि रक्षा प्रभारी संतोष वर्मा ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि फसल के अवशेष कदापि न जलाएं। फसल अवशेष जलाने से वातावरण में काफी नुकसान होता है। वायु प्रदूषण से काफी शारीरिक बीमारी हो जाती है। वातावरण में गर्मी हो जाती है।अवशेष जलाने से खेतों में लाभदायक मित्र भी जलकर मर जाते हैं। किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन मशीनरी खरीदने पर 50% तक अनुदान मिलता है। वर्तमान समय में फसलों में अंधाधुंध रसायन का प्रयोग करने से शरीर पर प्रतिकूल असर पड़ता है। कई बीमारियों का मनुष्य शिकार हो जाते हैं। इनके प्रयोग से गंभीर बीमारी कैंसर, किडनी आदि बीमारी का मनुष्य अनजाने में शिकार हो जाते है। हमें जैविक खेती की तरफ ध्यान देना चाहिए। अंधाधुंध उर्वरक नहीं प्रयोग करना चाहिए। दूध निकालने के लिए प्रतिबंध ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन का उपयोग नहीं करना चाहिए।शरीर पर प्रतिकूल असर पड़ता है। स्वयं व मानवता को बचाने के लिए हमें जैविक खेती करनी चाहिए।
इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी प्रमोद अग्रवाल, एसडीओ शेर सिंह,मनोज कुमार, कमलेश कुमार, रोहित सिंह,राजेश वर्मा सहित दूरदराज के किसान मौजूद रहे।