मल्लावां हरदोई ।। सहायक चकबन्दी कार्यालय राघौपुर के गांव बेरिया नजीरपुर में की जा रही चकबन्दी में ग्रामीणों ने बनाये गए चकों में अनिमितताओं का आरोप लगाकर विधायक से लेकर डीएम को शिकायती पत्र देकर चकबन्दी प्रक्रिया को निरस्त कराए जाने की मांग की थी। शनिवार को गांव पहुचे बंदोबस्त चकबन्दी अधिकारी ने ग्रामीणों के बयान दर्ज किए है।
बेरिया नजीरपुर गांव में बीते दिनों से चकबन्दी प्रक्रिया चल रही है। इस गांव में चकबन्दी कानून गो रामदीन वर्मा, लेखपाल जबर सिंह की तैनाती है। गांव प्रधान गुड्डी देवी की अगुवाई में बीती 8 जुलाई को ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक आशीष सिंह , आशू को दिए गए ज्ञापन में बताया था कि गांव में हो रही चकबन्दी में चकबन्दी कर्ताओं ने कुछ चहेते लोगों के खेत एक जगह करके चक बनाये है जबकि सैकड़ों ग्रामीणों के खेतों को एकत्रित नहीं कर किया गया । जानकारी होने पर विधायक ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसडीएम बिलग्राम को निर्देश दिए थे इसके बाद ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत डीएम मंगला प्रसाद सिंह व चकबन्दी आयुक्त लखनऊ से शिकायत कर की गई चकबन्दी की जांच चल रही चकबन्दी को निरस्त कराए जाने की गुहार लगाई थी। डीएम के निर्देश पर शनिवार को बंदोबस्त चकबन्दी अधिकारी पीएन श्रीवास्तव, चकबन्दी टीम लेखपाल जबर सिंह, हिमांशु, नुरुल हसन, मो. मेराज के साथ गांव पहुचकर करीब पाँच सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों से बातचीत कर ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। ग्रामीणों ने एक स्वर में गांव में की गई चकबंदी को निरस्त कर नए सिरे से चकबन्दी कराए जाने की बात कही। मौजूद अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए है पूरे मामले की रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि राहुल राजपूत , जि.पं.स. प्रतिनिधि शांती राजपूत , मेवालाल, परशुराम, रामदुलारे, लालता प्रशाद, शिवराम सिंह, रामदयाल, शिवदयाल सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।