हरदोई।बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आज उत्तर प्रदेश के समस्त आगनबाड़ी केंद्रों पर ’’प्रभावी स्तनपान हेतु सही तकनीक’’ विषय पर वेबकास्ट के माध्यम से पोषण पाठशाला का आयोजन किया गया । ठीक 12 बजे पोषण पाठशाला प्रारंभ हुई । पोषण पाठशाला के प्रारंभ में सर्वप्रथम महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री बेबी रानी मौर्या ने संबोधित करते हुए पोषण पाठशाला को महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में आम जनमानस तक महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा करने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया।
विभाग की सचिव अनामिका सिंह एवं निदेशक डॉक्टर सारिका मोहन ने भी अपने संबोधन में कहा कि स्तनपान भारतीय समाज में पहले से ही महत्वपूर्ण माना जाता रहा है किन्तु पश्चिमी देशों में स्तनपान को महत्वपूर्ण नहीं माना जाता था किन्तु आज सभी लोग इस बात पर सहमत हैं कि माँ के दूध से अच्छा और कोई आहार बच्चे के लिए नहीं है। माँ का दूध बच्चे के लिए केवल आहार ही नहीं है बल्कि उसके सर्वांगीण विकास और बीमारियों से बचाव का माध्यम भी है । प्रमुख सचिव ने कहा कि देखने में यह बात छोटी सी लगती है किंतु इसके दूरगामी परिणाम होते हैं यदि किसी देश में अच्छी और कार्यकुशल जनसंख्या का अभाव है तो वह देश विकास की दौड़ में पीछे छूट जाता है इसलिए बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।इसके पश्चात विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्तनपान के महत्व,स्तनपान का सही तरीक़ा क्या है ,स्तनपान कराते समय किन किन महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना चाहिए ,और स्तनपान कराते समय कौन से कार्य नहीं किए जाने चाहिए, इस बारे में विस्तार से जानकारी दी गई । माँ का पहला दूध बच्चे के लिए क्यों अमृत माना जाता है इस पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया । माँ का दूध कुपोषण दूर करने में कितना महत्वपूर्ण है इस पर भी जानकारी दी गई । कार्यक्रम के अंत में कई जनपदों के लाभार्थी महिलाओं ने गर्भावस्था माँ के स्वास्थ्य बच्चे के स्वास्थ्य एवं स्तनपान से जुड़ी बातों/समस्या से संबंधित अपने प्रश्न भी पूछे जिसका उत्तर विशेषज्ञों ने दिया । पोषण पाठशाला बाल विकास विभाग से जुड़ी हुई महिलाओं और माताओं को पोषण के संबंध में शिक्षा देने के लिए उठाया गया यह अभिनव प्रयोग है और अब प्रत्येक माह इसी प्रकार एक विषय पाठशाला का आयोजन किया जाएगा ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्धि मिश्रा ने बताया कि आज जनपद के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से लगभग 50 हज़ार गर्भवती और धात्री महिलाएं ,किशोरियाँ आज की पोषण पाठशाला से जुड़ी और दी जा रही जानकारी से लाभान्वित हुई । इसके लिए दो दिन पूर्व ही सभी कार्यकर्ताओं को वेब कास्टिंग का लिंक उनके मोबाइल फ़ोन पर उपलब्ध करा दिए गए थे तथा उन्हें निर्देशित कर दिया गया था कि वह अपने केंद्र पर पंजीकृत गर्भवती और धात्री महिलाओं को 11.30 बजे तक केंद्र पर बुलाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी और कुछ मुख्य सेविकाएं NIC रूम के माध्यम से इस पोषण पाठशाला से जुड़े रहे । पोषण पाठशाला 2 बजे समाप्त हुई ।