कछौना/ हरदोई।विकासखंड कछौना के सभागार में एचसीएल फाउंडेशन की तरफ से पंचायत राज प्रतिनिधियों का महिला ग्राम प्रधानों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें महिलाओं को जागरूक किया गया। वह गांव के विकास में किस तरह से भूमिका निभा सकती हैं। आधी आबादी की भागीदारी बिना विकास संभव नहीं है। महिला जनप्रतिनिधि पहल कर अपनी ग्राम सभा को महिला हितैषी गांव बनाएं। जिससे प्रदेश को उदाहरण प्रस्तुत कर सकें। पंचायती राज व्यवस्था को प्रभावी बनाने की प्रमुख जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के प्रधान और सचिव की है। ग्राम पंचायत के प्रधान को यह पता होना चाहिए कि पंचायत में क्या-क्या अधिकार और उत्तरदायित्व है। पंचायत को कौन से वित्तीय संसाधन उपलब्ध हैं। प्रशिक्षण सेवानिवृत्त चंदौला पूर्व आयुक्त निदेशक पंचायती राज बैठकों का योगदान, समितियों के कार्य, बैठकों का संचालन, जीपीडीपी कैसे तैयार करें। समितियों का संचालन, विद्यालय प्रबंधन समिति के कार्य की ग्राम स्वराज प्रिया सॉफ्ट के बारे में विस्तृत रूप से बताया। मनरेगा के तहत ग्रामीणों को कैसे रोजगार से जोड़ा जा सके। ग्रामसभा की आय कैसे अर्जित की जाए, विस्तृत रूप में बताया। सतत विकास लक्ष्य के माध्यम से गांव को एक विकसित मॉडल के रूप में विकसित किया जा सकता है। महिला ग्राम प्रधानों ने प्रशिक्षक से प्रश्न पूछ कर ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर एचसीएल फाउंडेशन की तरफ से श्रेया, लवकेश यादव, प्रमोद, अमित, अर्जित, श्वेता, ग्राम प्रधान रूबी सिंह, गीता देवी प्रधान बाण, पिंकी, कु० संघमित्रा, सोनी सिंह, सायरा बानो, अनीता देवी, रुखसाना, गुड्डी देवी, राजेश्वरी देवी आदि ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया, सभी ने प्रशिक्षण के अनुभव से संकल्प लेकर गए सभी महिला जनप्रतिनिधि अपने गांव को महिला हितैषी गांव बनाने के लिए प्रयास करेंगी।