कछौना/हरदोई।नगर पंचायत कछौना पतसेनी में बरसात के मौसम को ध्यानगत रखते हुए अधिशासी अधिकारी रेणुका यादव ने नगर पंचायत के तालाबों एवं पोखरों का स्थलीय निरीक्षण कर जल निकासी कार्य योजना बनानी शुरु कर दी है। जलभराव की समस्या से निजात पाने हेतु जनप्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों के सुझाव के आधार पर कार्य योजना बनाई जा रही है। जिससे भविष्य में नगर में जलभराव व संक्रामक बीमारियों के फैलने से बचा जा सके।
बताते चलें कि नगर पंचायत कछौना पतसेनी में 12 वार्ड हैं। मोहल्ला काशी नगर के सभासद रंजीत राव ने बताया कि जल निकासी की कोई भी व्यवस्था ना होने के कारण सारा पानी बरसात में नगर में भर जाता है। जल की अधिक मात्रा होने के कारण खेतों में भी पानी भरा रहता है। मोहल्ले की गाटा संख्या 1942 और 1952 में हमेशा पानी भरा रहता है। जिससे किसानों की फसल भी प्रभावित होती है तथा मच्छर पनपने की भी संभावना बढ़ जाती है और इससे संक्रमण फैलने की भी प्रबल संभावना रहती है। नगर में स्थित तालाब के जल निकास पर अवैध कब्जा होने के कारण पानी नहीं निकल पाता, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की नितांत आवश्यकता है।
मोहल्ला ठाकुरगंज में दूसरे तालाब में बड़ी मात्रा में जलकुंभी है। पानी निकालने को कोई भी समुचित व्यवस्था नहीं है। आसपास के घरों और कूड़ा दान के कारण गंदगी का अंबार लगा रहता है। पिछले वर्ष मच्छर जनित बीमारी डेंगू फैलने से आधा दर्जन लोगों की असमय मृत्यु हो गई थी।
सदर बाजार में स्थित महुआ तालाब पर स्थानीय लोगों ने कब्जा कर लिया है। कुशीनाथ मंदिर के पीछे जो तालाब स्थित है, वहां पर भी जल निकास की कोई उचित व्यवस्था नहीं है।
रेलवेगंज में स्थित तालाब पर स्थानीय लोगों ने धीरे-धीरे अवैध कब्जा करना प्रारंभ कर दिया है। रेलवेगंज की जल निकासी की समस्या हेतु नगर पंचायत द्वारा रेलवेगंज मार्ग पर नाला निर्माण का कार्य कराकर जल निकास की समस्या को खत्म करने का प्रयास किया है, इससे मोहल्ले वासियों को काफी निजात मिली है।मोहल्ला कछौना पतसेनी चौराहा पश्चिमी में गौसगंज मार्ग पर कई वर्षों से जल निकासी हेतु नाला के दोनों ओर निर्माण कार्य कराया गया था परंतु नाला निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। इस नाला निर्माण के मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई थी तथा नाला पूर्ण रूप से सही नहीं बना। जगह-जगह पर नाला निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है, जिसमें जलभराव हो जाने पर स्थानीय नागरिकों को काफी समस्या होती है। कई बार नगर पंचायत द्वारा पंपिंग मशीन चला कर जलभराव को कम किया जा चुका है।वहीं गाजू मार्ग पर ग्राम सभा कुकुही के क्षेत्र में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण सड़क खराब होने के साथ लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है।
लखनऊ-हरदोई मार्ग पर सिंह नर्सिंग होम से सनशाइन स्कूल तक सड़क के किनारे नाला ना होने के कारण घरों का पानी सड़क पर हमेशा बहता रहता है। जिससे हमेशा सड़क पर जलभराव बना रहता है। जलभराव के कारण लाखों रुपए से निर्मित सड़क चंद दिनों में गड्ढा युक्त हो जाती है, लोग आए दिन दुर्घटना का शिकार होते हैं। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग द्वारा पानी भरने वाले गृह स्वामियों को नोटिस दी गई, परंतु गृह स्वामी अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं कर रहे हैं।
नगर की जल निकासी समस्या को लेकर अधिशासी अधिकारी रेणुका यादव ने बताया कि तालाबों को चिन्हित कर नीलाम किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके तथा सफाई व्यवस्था भी बरकरार रहे। दो तालाबों की नीलामी हो चुकी है। नगरीय समस्याओं को लेकर हम सतत प्रयासरत हैं। समाज के लोगों को आगे आकर अपने नगर को आदर्श बनाने में भागीदारी निभानी चाहिए। अवैध निर्माण पर उन्होंने बताया कि राजस्व का सहयोग न मिलने के कारण लोग धीरे-धीरे सार्वजनिक भूमि एवं तालाबों पर कब्जा कर रहे हैं। जनता से अपील की है कि प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग ना करें, तालाब एवं नालों में कूड़ा ना डालें। कई वार्डों में जल निकास के विकल्प न होने के कारण सोख्ता बोरिंग कराई जा रही है। जिससे नगर का वाटर लेवल भी अच्छा हो जाएगा, वहीं लोगों को जलभराव की समस्या से निजात भी मिलेगी। सरकारी भवन में जल संचयन हेतु वाटर हार्वेस्टिंग का प्रयोग किया जा रहा है। पूरे प्रयास के साथ नगर को आदर्श बनाने के लिए हमारा प्रयास निरंतर कार्यरत है।