हरदोई।जिले के प्रसिद्ध श्री राम जानकी मंदिर में आयोजित श्री राम जन्मोत्सव के अवसर पर परम पूज्य आचार्य संतोष भाई जी के पावन सानिध्य में श्री राम जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अपने प्रवचन में आचार्य संतोष भाई जी ने बताया कि भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम अवतार है जिन्होंने जीवन के हर मोड़ पर अपने कर्तव्य का पालन किया प्रेमी से प्रेमी बन कर और शत्रु से शत्रु बन कर उन्होंने अपने धर्म को निभाया।
मनु महाराज के तप के प्रभाव से प्रभु उनके वंश में अवतार लेकर आए।
शतरूपा के प्रेम को पाने प्रभु श्री राम कौशल्या के घर पधारे नवमी तिथि मधुमास पुनीता। शुक्ल पक्ष अभिजीत हरिप्रीता मध्य दिवस अति सीत न घामा। पावन काल लोक विश्रामा।
दीनों पर दया करने वाले कौशल्या जी के हितकारी कृपालु प्रभु प्रगट हुए-
भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी। हर्षित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप निहारी। लोचन अभिराम तनु घनश्यामा निज आयुध भुज चारी। भूषण मन वनमाला नयन भूषण वनमाला नैन विशाला शोभा सिंधु खरारी।
आचार्य संतोष भाई जी के मुखारविंद से निकले इन्ही छंदों के साथ श्रीराम का जन्म हुआ।श्री भगवान को पालने में झूला कर जन्म उत्सव की झांकी दिखाई गई, प्रगटे हैं चारो भैया,अवध में बाजे बधैया, बधाई गीत पर सब भक्त झूम कर नाचे।
इस अवसर पर मन्दिर में राम जन्म उत्सव की झांकी सजाई गई, मुद्राएं एवं खिलौने लुटाए गए इस उत्सव में मुख्य रूप से राकेश अग्रवाल, रजनीश अग्रवाल, राजेन्द्र पटेल अपूर्व महेश्वरी,गिरीश डिडवानिया,सोनू गुप्ता ,संजय गुप्ता मण्डी, दिलीप गुप्ता गुड्डू , एवं हजारो श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ जन्मोत्सव कार्यक्रम मनाया।