हरपालपुर हरदोई ।। रिश्वतखोरी के वायरल वीडियो की जांच के लिए गठित की गई जांच टीम ने स्टाफ नर्स पर दिखाई मेहरबानी मामला डाल दिया ठंडे बस्ते में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स का प्रसूता के परिजनों से प्रसव होने के बाद वसूली का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने 3 सदस्यीय टीम गठित कर मामले की जांच की बात कही थी लेकिन एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है।
हरपालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात दबंग स्टाफ नर्स सुमन का बीते 25 जून को प्रसूता महिला के परिजनों से अवैध वसूली करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था जिसमें तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार तिवारी ने संज्ञान लेते हुए 26 जून को तीन डॉक्टरों को नामित कर जांच टीम गठित की जिसमें एसीएमओ डॉक्टर अनिल कुमार पंकज डिप्टी सीएमओ डॉक्टर पंकज मिश्रा एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित कुमार वर्मा को जांच टीम में नामित किया गया था एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद अभी तक रिश्वतखोर दबंग स्टाफ नर्स के खिलाफ कोई कठोर कार्यवाही नहीं की गई है सूत्रों की मानें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरपालपुर में आने वाली प्रस्ताव महिलाओं के परिजनों से अवैध वसूली का खेल जमकर खेला जा रहा है जिसमें स्टाफ नर्स से लेकर चिकित्सा अधीक्षक एवं डॉक्टरों की भी वसूली में हिस्सेदारी रहती है अब देखना यह होगा कि दबंग रिश्वतखोर स्टाफ नर्स पर जाच किस प्रकार रिपोर्ट बनाकर अपने आला हाकिमों को प्रेषित करती है। डिप्टी सीएमओ डॉ पंकज से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने मामले को याद ना होने का हवाला देकर चुप्पी साध ली।