*कमरुल खान*
बिलग्राम हरदोई ॥बिलग्राम नगर के मशहूर शायर सफदर अब्बास जैदी सफदर बिलग्रामी का बुधवार देर रात बीमारी के चलते निधन हो गया।
सफदर बिलग्रामी के पुत्र अनवर ज़ैदी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पिता 66 वर्ष के थे और 15 दिन पूर्व अचानक तबीयत खराब हुई थी उन्हें लखनऊ स्थित लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां बीती रात उनका निधन हो गया गुरुवार उनकी नमाज़ ए जनाज़ा के बाद दोपहर लगभग 2 बजे ईदगाह के निकट कब्रिस्तान में उनको सुपुर्द ए खाक किया गया।बताया गया है कि
सफ़दर अब्बास जैदी ” सफदर बिलग्रामी उर्दू अदब के बेहतरीन शायर थे आपका जन्म जनवरी 1956 ईस्वी में बिलग्राम में हुआ था आप बिलग्राम के सअदात जैदी परिवार से हैं आपके पिता का नाम हुस्साम अली है। आप मशहूर शायर नाज़ बिलग्रामी के छोटे भाई हैं आपने अपने बड़े भाई नाज़ बिलग्रामी से ही शेयरों शायरी सीखने की शुरुआत की और उनके साथ मुशायरों की मेहफिलों में जाने से शायरी का बेहद शौक पैदा हुआ। जिसके बाद कौसर नवाब जौनपुरी ने शायरी करने के लिए आपको और ज्यादा प्रोत्साहित किया। आप ने गजल नात मनकबत और मर्शिया निगारी में खूब लोकप्रिय हुए आपने ने बिलग्राम के अलावा अन्य महफिलों मुशायरों में शिरकत करते रहे। आप के निधन पर नगर के तमाम लोगों ने शोक व्यक्त किए और दुख जताया।
फेर लेते हो निगाहें क्यों सताने कि लिए
इम्तिहां लेते हो या फिर आजमाने के लिए
कर न पाये थे मुकम्मल आशियाँ अपना अभी
बर्क मण्डलाने लगी इसको जलाने के लिए
खूने दिल जख्मे जिगर बर्बादिया रुसवाईयां
हैं सभी ये सुर्ख़ियां मेरे फसाने के लिए
सफदर अब्बास जैदी बिलग्रामी