जिम्मेदारों को जल्द व्यवस्थाओं को सुधारने का दिया कड़ा निर्देश
कछौना/हरदोई।योगी सरकार ने छुट्टा जानवरों से परेशान किसानों को राहत के लिए शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्र में वृहद गौ संरक्षण केंद्र, कान्हा गौशाला, अस्थाई गौ-आश्रय स्थल खुलवाए हैं। विभागीय अधिकारियों की अनदेखी व प्रभावी योजना न होना व किसानों के लिए अनुपयोगी होने के कारण छुट्टा गौवंश ज्वलंत समस्या बनी हुई है।
वर्तमान समय में कृषि कार्य का आधुनिकीकरण होने के कारण बैलों के जरिए खेती की परंपरा छूट गई। वहीं भारतीय संस्कृति में गौवंश पूजनीय है। सरकार के ठोस निर्णय के बाद गौवंश अधिनियम कानून के बाद क्षेत्रीय पशु मेला बंद होने के कारण भी समस्या खड़ी हो गई। सरकार के लाख प्रयास के बाद भी छुट्टा गौवंशों की समस्या का निराकरण नहीं हो सका। जिसके का सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो गया, किसानों की फसल प्रभावित हो रही है। गौशालाओं की जमीनी हकीकत को देखने के लिए प्रदेश की नोडल अधिकारी तेजतर्रार ईमानदार विशेष सचिव दुर्गा नागपाल ने विकासखंड कछौना में स्थित वृहद गौ संरक्षण केंद्र का निरीक्षण किया। वृहद गौ संरक्षण केंद्र में बुनियादी सुविधाएं विद्युतीकरण, टीन शेड, पीने योग्य पानी, पशुओं के विचरण करने के लिए तालाब, चन्नी आदि की सुविधाओं को देखा। ठंड के मौसम में पशुओं को बचाव के लिए तिरपाल आदि सुविधाओं का भी निरीक्षण किया। किसानों ने विशेष सचिव के समक्ष वेरीकेटिंग की सुविधा अच्छी न होने कारण आए दिन गौवंश निकल जाने की समस्या के बारे में अवगत कराया। जिस पर विशेष सचिव ने तत्काल वेरीकेटिंग सुविधा सही कराने का कड़ा निर्देश दिया। इस निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राणा, डीडीओ, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी कछौना डॉ० आशीष कुमार, प्रभारी खंड विकास अधिकारी धर्मेंद्र पाठक, एडीओ पंचायत संतोष कुमार, ग्राम प्रधान आलोक कुमार उर्फ बिपिन व ग्राम सचिव आदि लोग मौजूद रहे।