उर्स में हजारों की संख्या में अकीदतमंदो ने शिरकत की
कमरुल खान
बिलग्राम हरदोई । नगर के प्रख्यात सूफी संत सैय्यद मोहम्मद दावतुस्सुगरा सुगरा का 799 वां दो दिवसीय सालाना उर्स ए वास्ती रविवार को अकीदतमंदो की भारी भीड़ के बीच संपन्न हो गया
नगर के मैदानपुरा स्थित खानकाह आलिया, कादरिया चिश्तिया के सज्जादा नशीन, काजी शरअ सैय्यद उवैस मुस्तफा वास्ती के संयोजन में शनिवार को दो दिवसीय उर्स ए वास्ती का शुभारंभ कुरान की आयतों को पढ़कर किया गया।
जिसके बाद हजरत सय्यद मोहम्मद दावतुस्सुगरा के अध्यात्मिक गुरु हजरत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी रहमतुल्लाह अलैह व साहिबुल इरफान हजरत सैय्यद मोहम्मद कादरी रहमतुल्लाह अलैह का कुल शरीफ मनाया गया
शाम को बाद नमाज़ ए इशा मोहल्ला ऊपर कोट स्थित ग्राउंड पर वास्ती कॉन्फ्रेंस का आगाज हुआ जिसमें मुल्क के कोने कोने से हजारों की संख्या में आये अकीदतमंद महिलाओं और पुरुषों ने शिरकत की, जलसे में स्टेज पर मौजूद सैयद उवैस मुस्तफा वास्ती, नजीब मियां महरैरवी सय्यद सुहैल मिंया, सय्यद हुसैन मियां, सय्यद रिजवान मियां वाहिदी, सय्यद अनस मियां वास्ती बिलग्रामी के बीच मुफ्ती बरकतुल्लाह, मुफ्ती मोहम्मद मसऊद, मुफ्ती हम्माद रज़ा आदि उलेमाओं ने खुदा के संदेश बुजुर्गों एवं सूफियों के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। दीन इस्लाम के लिए सूफियों का योगदान और उनकी अहमियत बताई। साथ ही शायरों में मोहम्मद अली फैजी, नूर मुजस्सिम,किस्मत सिकंदरपुरी, शादाब पैकर, ने नातिया कलाम भी प्रस्तुत किए। निजामत की जिम्मेदारी मौलाना अब्दुल करीम ने बखूबी निभाई ये सिलसिला रात दो बजे तक जारी रहा रविवार को सुबह ख्वाजा इमादुउद्दीन चिश्ती बिलग्रामी का कुल शरीफ मनाया गया
इसके बाद सैयद मोहम्मद सुगरा वास्ती की मजार पर चादर पोशी की गयी और कुल शरीफ की रस्म अदा कर अंत में पीरे तरीकत रहबर ए राहे शरियत ने मुल्क में अमन और शांति की दुआ की और उर्स में आये अकीदतमंदो को नेक पैगामात से नवाज़ा साथ ही सय्यद फ़ैज़ान मुस्तफा वास्ती व हुजूर बादशाह ए मिल्लत ने दूर दराज से आये अकीदतमंदो का स्थानीय पुलिस प्रशासन, नगरपालिका सहित तमाम लोगों का आभार जताया और दुआएं दीं।
उर्स में उमड़ी भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रभारी निरीक्षक डीडी सिद्धार्थ ने नगर में आठ प्वाइंट चिन्हित कर पीएसी बल के साथ मल्लावां माधौगंज साड़ी थाने की पुलिस को तैनात कर पूरी रात गश्त किया और उर्स को शान्तिपूर्ण संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाई साथ ही बिलग्राम की अंजुमन गुलमान ए रसूल, अंजुमन आशिकाने रसूल, अंजुमन बज़्मे उवैसी संभल, लखीमपुर, माती की कमेटियों ने अहम भूमिका निभा कर उर्स को कामयाब बनाया