हरपालपुर/हरदोई।कटियारी क्षेत्र में लगातार कई वर्षों से गन्ना उत्पादन कम हो रहा है।
रूपापुर चीनी मिल क्षेत्र के अंतर्गत हरपालपुर सांडी क्षेत्र में गन्ने के उत्पादन का रकबा लगातार घटता जा रहा है। समय से गन्ने का बकाया,पर्ची का झंझट व तौल के लिए मारामारी के चलते पिछले चार वर्षों से गन्ने का रकबा लगातार घटता जा रहा है।
रूपापुर चीनी मिल क्षेत्र के हरपालपुर सांडी में बीते चार वर्षों की तुलना करें तो वर्ष 2018-19 के सत्र में 1478 हेक्टेयर गन्ने का क्षेत्रफल था।वही 2019-20 के सत्र में 950हेक्टेयर गन्ने का रकबा रह गया। 2020-21 में 1093 हेक्टेयर व वर्तमान सत्र 2021-22 में महज 833 हेक्टेयर गन्ने का क्षेत्रफल है। रूपापुर चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू होने के साथ क्षेत्र में चौंसार, भदार-श्रीमऊ में गन्ना तौल सेंटर बनाया गया है। भदार व श्रीमऊ का गन्ना सेंटर चालू हो गया, जिसमें किसानों की 800 कुंटल गन्ने की फसल की तौल की जा चुकी है वही चौसार गांव में स्थित गन्ना सेंटर बाढ़ की वजह से जो सड़क कट गई है जिसके चलते अभी तक सेंटर बंद पड़ा हुआ है लेकिन क्षेत्र में बाढ़ के चलते अभी तक गन्ने के सेंटर नहीं खोल सके हैं जिससे किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जबकि सरकार ने पिछले साल गन्ने का रेट 325 से बढ़ाकर 350 कर दिया है। गन्ना किसानों के मुताबिक समय से गन्ने की पर्ची, तौल व भुगतान में देरी की समस्या को लेकर गन्ने की पैदावार से उनका मोहभंग हो रहा है।हालांकि मिल प्रबंधन समय से भुगतान का दावा कर रहा है। जोगा पुरवा गांव निवासी अमर सिंह ने बताया है पिछली बार उन्होंने 5 बीघा गन्ने की फसल को तैयार किया था, जिसको मिल के द्वारा समय पर पर्ची न मिलने से फसल पूरी तरीके से बर्बाद हो गई, इस बार उन्होंने गन्ने का उत्पादन पर्ची ना मिलने की वजह से नहीं किया है ।मिल प्रबंधन का कहना है कि अब हर हफ्ते गन्ने का भुगतान समय से किया जा रहा है।