जनपद में अब तक कुल 22262 गोवंश संरक्षित किए जा चुके हैः-जेएन पाण्डेेय
हरदोई।मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी जेएन पाण्डेय ने बताया है कि जनपद में निराश्रित/ बेसहारा गोवंशों के संरक्षण हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में 109 अरथाई गोवंश आश्रय स्थल, 04 वृहद गो संरक्षण केन्द्र संचालित है तथा शहरी क्षेत्रों में 11 अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल, 02 कान्हा गोवंश आश्रय स्थल व 05 कांजी हाउस संचालित है। मा० मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के अन्तर्गत अब तक 3274 गोवंशों को कृषकों/पशुपालकों को सुपुर्द किया गया है। उक्त के अतिरिक्त जनपद में 13 पंजीकृत गोशाला संचालित है। इस प्रकार जनपद में कुल 22262 निराश्रित/बेसहारा गोवंश संरक्षित है।
उन्होंने बताया है कि शासन के निर्देशों के अनुपालन में निराश्रित/बेसहारा गोवंश के संरक्षण हेतु 01 जनवरी, 2022 से 16 जनवरी 2022 तक अभियान चलाकर जनपद में कुल 5996 अतिरिक्त निराश्रित/बेसहारा गोवंशों को अस्थाई गोवंश आश्रय स्थलों एवं अस्थाई पशुवाड़ों में संरक्षित किया गया है। इस प्रकार जनपद में अब कुल 22262 गोवंश संरक्षित किए जा चुके है। निराश्रित/बेसहारा गोवंशों के संरक्षण हेतु संचालित कुल 113 स्थाई/अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल में से 90 गोवंश आश्रय स्थलों में 50 गोवंशों की क्षमता का एक अतिरिक्त टीनशेड बनाया गया है। जनपद में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर अस्थाई पशुवाड़ों का निर्माण किया जा रहा है। शेष निराश्रित/बेसहारा पशुओं के संरक्षण हेतु अतिरिक्त कुल 78 गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण हेतु स्थान चिन्हित कर निर्माण की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही यह भी संज्ञान में आया है कि जनपद में पशुपालकों द्वारा अपने पालतू गोवंशों को छोड दिया जा रहा है। इस हेतु समस्त खण्ड विकास अधिकारियों, पशु चिकित्सा अधिकारियों व संबन्धित ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान को निर्देशित किया गया है कि ऐसे पशुपालक जिनके द्वारा अपने पालतू गोवंशों को छोड़ा जा रहा है, उनको चिन्हित कर, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर विधिक कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। इस क्रम में 05 व्यक्तियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की गयी है।