सैकड़ों किसानो ने एकजुट होकर अस्थाई गौआश्रय स्थल बनवाने की मांग की
कछौना/हरदोई। विकासखंड कछौना की ग्राम सभा पुरवा के किसानों ने छुट्टा गौवंशों से छुटकारा पाने के लिए ग्राम सभा में अस्थाई गौआश्रय स्थल बनवाने की मांग खंड विकास अधिकारी से की है। ग्रामीण शशिकांत, आशीष, रमाकांत, रामशरण, कमलेश कुमार, सुभाष सिंह, गया प्रसाद, राम प्रकाश विश्वकर्मा, छोटे लाल राठौर, सूरज राठौर, विनोद कुमार सहित सैकड़ों किसानों ने छुट्टा गौवंशों की ज्वलंत समस्या के बारे में अवगत कराया कि हमारी ग्राम सभा में लगभग दो सौ छुट्टा गौवंश हैं। यह जिस खेत में झुंड पहुंच जाता है, उस खेत को पूरी तरह से चट कर जाते हैं। किसानों की रात दिन की गाढ़ी कमाई चौपट हो जाती है। किसानों की आय का मुख्य साधन कृषि हैं। किसान अपनी फसल को बचाने के लिए इस कड़कड़ाती ठंड में रातभर रतजगा करने को विवश है, आय दिन किसान आक्रोश में आकर बेजुबान पशुओं को भाला, कुल्हाड़ी, डंडा से वार करके घायल कर देते हैं। वहीं किसानों ने फसल को बचाने के लिए खेतों के किनारे ब्लेड वाले का लगा रखे हैं। जिससे बेजुबान पशु घायल होकर तड़प तड़प कर मरने को विवश हैं। मृत गौवंश गांव में पड़े रहते हैं, जिसको दफनाने का कार्य कोई नहीं करता है। मृत गौवंशों से निकलने वाली बदबू से उन लोगों का जीना दुश्वार है। बदबू पूरे गांव में फैलती है, जिससे संक्रामक बीमारी फैलने की प्रबल संभावना है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया पड़ोस की ग्राम सभा मतुआ के किसान आवारा पशुओं को पंचायत घर में रात को बंद करते हैं, सुबह होने पर उन्हें छोड़ देते हैं। उन्होंने खदेड़ कर दिनमें हमारी ग्राम सभा में कर देते हैं, जिसके चलते आए दिन आपस में लड़ाई की घटना घटती रहती है। किसानों द्वारा कई बार जिम्मेदारों को इस समस्या के बारे में अवगत कराया गया। किसानों की गौआश्रय स्थल की मांग पर खंड विकास अधिकारी प्रमोद अग्रवाल ने बताया भूमि की पैमाइश कर ली गई हैं, शीघ्र ही कार्य कराया जाएगा। जिससे किसानों को छुट्टा गौवंशों से निजात मिल सके। इस संदर्भ में ग्राम प्रधान ने बताया गौआश्रय स्थल निर्माण हेतु कोई बजट नहीं स्वीकृत किया गया है। सरकार के सभी निर्देश हवा हवाई हैं। किसानों ने बताया एक सप्ताह के अंदर ग्राम सभा में गौआश्रय स्थल नहीं बनाया गया, तब हम सभी एकजुट होकर उप जिला अधिकारी संडीला के यहां धरना प्रदर्शन करने को विवश होंगे। जबकि सरकार ने एक जनवरी से 10 जनवरी तक 10 दिवसीय गौ-संरक्षण अभियान चलाकर छुट्टा गौवंशों को गौआश्रय स्थलों में पहुंचाने की खानापूर्ति कर कर्तव्य की इतिश्री कर ली। इस संदर्भ में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रामेन्द्र कुमार ने बताया पशुपालक अपने पशुओं को न छोड़े, ऐसे लोगों को चिन्हित कर ठोस कार्यवाई अमल में लाई जाएगी।