हरदोई।ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में मिरगांवा के मंडी समिति परिसर में आज विश्वकर्मा सर्व समावेशी स्वाभिमान व भागीदारी सम्मेलन संपन्न हुआ।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि देश की समग्र सामाजिक व्यवस्था संक्रमण के दौर में है। मौजूदा सामाजिक और राजनीतिक परिवेश में सर्व समावेशी व्यवस्था समय की मांग है। उन्होंने कहा निजीकरण,उदारीकरण और वैश्वीकरण ने सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया को कठिन बना दिया है। जिसके चलते सामाजिक और आर्थिक असमानता की खाई बढ़ रही है। धर्म का राजनीतिकरण हो गया है।धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक विचारों पर हमला हो रहा है। समाज के सभी समूहों के समग्र विकास हेतु बिना किसी भेदभाव के समानता और समृद्धि की दिशा में ठोस सरकारी प्रयास की जरूरत है।संगठित होकर सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन की लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने सरकार पर देवी देवताओं तथा महापुरुषों के साथ जातीय आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने विश्वकर्मा पूजा का अवकाश रद्द करके सभी जातीय वर्ग के करोड़ों लोगों की आस्था को गहरी चोट पहुंचाई है। समाज के आर्थिक विकास के लिए उत्तर प्रदेश में माटी कला बोर्ड की स्थापना एवं विश्वकर्मा पूजा दिवस 17 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर सर्व समावेशी सामाजिक सिद्धांत के फार्मूले को लागू किया जाएगा।विचार व्यक्त करने वाले लोगों में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा, डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, नंदलाल विश्वकर्मा, सुरेश कुमार विश्वकर्मा,कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आशीष कुमार सिंह सोमवंशी, प्रभारी जीत लाल सरोज,अनुपम दीक्षित, सहित कई लोग उपस्थित थे।