हरदोई।बिहार से मजदूरी करने जा रहे लल्लन रैदास का बेटा जितेन्द्र कुमार जयपुर जा रहा था, जितेंद्र कुमार गोकुल बेहटा के पास अचानक ट्रेन से नीचे गिर गया। हादसे में जितेंद्र का निधन हो गया। जानकारी पाकर गरीब असहाय लल्लन रैदास जी हरदोई पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। बेटे के शव की अंत्येष्टि करने तक के पैसे नहीं थे। उनकी पेशानी पर चिंता की लकीरें देख किसी ने उनको मिशन आत्मसंतुष्टि संस्था के बारे में बताया।
उन्होंने संस्था के संरक्षक को सूचित किया। इसके बाद संस्था के संरक्षक राजवर्धन सिंह राजू तुरंत पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने तत्काल आर्थिक मदद के साथ शव वाहन बुलवाकर लल्लन शर्मा के बेटे का शव मुक्तिधाम पहुंचाया और स्वयं क्रियाकर्म की व्यवस्था की। जब बिहार के समोथा गांव निवासी लल्लन शर्मा का विकलांग बेटा बिहार से जयपुर जा रहा था। बेहटा गोकुल थाने के अंतर्गत ट्रेन से आकस्मिक निधन हो गया था। अब उनके सामने जवान बेटे के गुजरने के दुख के अलावा शव के अंतिम संस्कार की भी चिंता खाए जा रही थी। आर्थिक तंगी के कारण वह अपने बेटे की लाश तक पैतृक गांव नहीं ले जा पा रहे थे। तभी वहां मौजूद लोगों ने उनको मिशन आत्मसंतुष्टि संस्था के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने संस्था के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया। लल्लन रैदास की सूचना पर मिशन आत्मसंतुष्टि के संरक्षक एवं जनपद के प्रख्यात समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू खुद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने तत्काल शव वाहन मंगवाकर मुक्तिधाम के लिए रवाना किया। इसके साथ ही राजवर्धन सिंह राजू ने नकद धनराशि देकर आर्थिक मदद भी की, जिससे अंत्येष्टि के बाद आने वाला खर्च भी हो सके।
जनपद हरदोई में लावारिश शव की अंत्येष्टि करने के लिए मिशन आत्मसंतुष्टि संस्था ने खुद को समर्पित किया है। संस्था की ओर से अब तक 10000 हजार से अधिक जरूरतमंदों की मदद हो चुकी है।