महिला ई रिक्शा से उतारने से भूल गई थी अपना बैग
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात गंगेश शुक्ला और पिहानी चुंगी चौकी इंचार्ज कप्तान सिंह की सक्रियता की बदौलत ईमानदारी से मिला बैग
प्रभारी निरीक्षक ने रिक्शा चालक की वाहवाही कर किया पुरस्कृत
हरदोई।”लोगों में ईमानदारी का जज्बा अभी भी कायम है यह जज्बा बरकरार रहना चाहिए, जिससे पुलिस को भी सहयोग मिलता है और जन सहयोग से पुलिस अपराधों में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात गंगेश शुक्ला ने उक्त वक्तव्य, ई रिक्शा चालक की ईमानदारी पर व्यक्त किए।
हाले हाल वाक्या 29/30 की रात का है जब श्रीमती लक्ष्मी गुप्ता पत्नी विमलेश गुप्ता दिल्ली से एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने अपने पिता के मोहल्ले प्रगति नगर निवासी अपने पिता के यहां आई हुई थीं, रात 10:15 बजे उन्होंने बालाजी नर्सिंग होम में एक रिश्तेदार की तबीयत का हाल-चाल जानने के पश्चात ई-रिक्शा द्वारा प्रगति नगर अपने पिता के मकान आई, रिक्शे से तीनों बैगों को उतारते समय एक बैग ई रिक्शा में ही रह गया, बकौल लक्ष्मी उस बैग में जेवर, कपड़े और नगदी रखी हुई थी। रात भर पता लगाने के बाद सुबह कोतवाली देहात प्रभारी गंगेश शुक्ला से संपर्क करने पर घटना का तुरंत संज्ञान लेकर पिहानी चौकी इंचार्ज कप्तान सिंह,कांस्टेबल कौशल देव और कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह ने सीसीटीवी कैमरे खंगालकर रिक्शे की वस्तुस्थिति की जांच कर रहे थे उन्होंने मेडिसिटी हॉस्पिटल और अन्य जगहों से रिक्शे की वस्तुस्थिति ले ली।
पुलिस की अगले चरण की कार्यवाही होती तब तक ई रिक्शा चालक प्रदीप कुमार राठौर पुत्र किशोरी लाल राठौर निवासी बड़ा महोलिया काली मंदिर के पीछे उस बैग को लेकर लक्ष्मी के पिता के घर आया। कोतवाली देहात में जाकर प्रभारी निरीक्षक और चौकी इंचार्ज के समक्ष बैग को खोला गया और सभी चीजें सुरक्षित पाई गई। ई रिक्शा चालक प्रदीप की इस ईमानदारी से खुश होकर उसे पुरस्कृत भी किया गया। महिला अपना बैग पाकर खुश हुई और ई रिक्शा चालक और पुलिस की भूरि भूरि प्रशंसा की।