स्टेशन से गौशाल रोड मंगली पुरवा क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित
हरदोई। रेलवेगंज के मंगली पुरवा फाटक से आप गौशाला की ओर जाने का मन बना रहे हैं।तो कृपया सावधान हो जाएं। नो एंट्री के समय बड़े वाहनों के एंट्री होने के चलते लंबे समय तक जाम की झाम में फंस सकते हैं। इसके साथ ही किसी बड़ी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।जिंदपीर चौराहा से मंगली पुरवा फाटक रेलवे क्रॉसिंग होते हुए गौशाला तक जाम की स्थिति बहुत ही दयनीय है। डंपर और सैकड़ों ट्रक प्रतिदिन प्रवेश कर नो एंट्री के आदेश का मखौल उड़ाते हुए जाम की स्थिति उत्पन्न करते हैं। जिससे पैदल आने -जाने वाले राहगीरों, दो पहिया, चार पहिया वाहन चालकों, दुकानदारों आदि को घंटों जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने कहा कि जल्द ही जाम की समस्या से निजात नहीं दिलाया जाएगा तो धरना प्रदर्शन करेंगे।जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। रेलवेगंज जाने वाले लोगों को जाम की जाम से जूझना पड़ता है। जिससे राहगीरों को रेलवे फाटक पार करना दुश्वार हो गया है और वहां से गौशाला की तरफ जाने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सैकड़ो डंपर व ट्रक मंगलीपुरवा से जिंदपीर चौराहा तक जाम की स्थिति उत्पन्न करते हैं। जिससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत होती है। स्थानीय दुकानदारों व निवासियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। जबकि कई बार उनके द्वारा नो एंट्री के समय में भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग उठाई गई है। लेकिन अभी तक उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया है। जिसके चलते दुकानदारों व रेलवेगंज और सैयापुरवा के लोगों में काफी आक्रोश है। व्यापारियों का कहना है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे धरना प्रदर्शन करेंगे। जिसके लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस से मिलकर ट्रक वाले इटौली पुल के पास से मुरलीगंज होते हुए लिंक रोड से गौशाला की ओर आते हैं। इसके साथ मंगली पुरवा फाटक पर रेलवे गंज में जाम की स्थिति उत्पन्न करते हैं। इधर सिंगल रास्ता होने के कारण घंटों जाम की छांव में राहगीर फंसे रहते हैं। जिसके चलते दुकानदारों को भी काफी दिक्कत होती है और आसपास के छोटे बच्चों को स्कूल जाने में समस्या आती है। अगर जल्द ही जाम के झाम से निजात नहीं दिलाया गया तो स्थानीय लोग प्रशासन के लिए चुनौती बन सकते हैं और वाह धरना प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं।