84 कोसीय संपर्क मार्ग पर क्षतिग्रस्त पड़ी पुलिया पर कराए जा रहे कार्य में घटिया किस्म की सामग्री व पीला ईटा का हो रहा उपयोग
जिला अधिकारी के आदेशों को दरकिनार कर ठेकेदारों द्वारा कराया जा रहा है मनमाना कार्य
बघौली,हरदोई।जिला अधिकारी के आदेशों को दरकिनार करते हुए ठेंगा दिखा रहे ठेकेदार।विकासखंड अहिरोरी में पढ़ने वाला 84 कोसीय परिक्रमा संपर्क मार्ग घनश्याम नगर,बरौली, गोवर्धनपुर जाने वाले रास्ते पर बरौली गांव के बाहर क्षतिग्रस्त पड़ी कई वर्षों से पुलिया का मरम्मत निर्माण कार्य ठेकेदार के द्वारा कराया जा रहा हैं ।लेकिन निर्माण कार्य निर्धारित मापदंड के तहत नहीं कराया जा रहा हैं। जिससे वहां के ग्रामीणों में रोष व्याप्त हैं। ग्रामीण बताते हैं कि यहां क्षतिग्रस्त पुलिया के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। मानक विहीन सामग्री व पीला ईटा का उपयोग किया जा रहा है।जबकि शासन-प्रशासन की ओर से साफ तौर पर दिशा-निर्देश हैं निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ख्याल रखा जाए। यहां कार्य की देखभाल करने वाले अपने को ठेकेदार बताने वाले रवि शुक्ला ने निर्माण कार्य को लेकर माना कहीं-कहीं मानक बिहीन कार्य हुआ है। जोकि सुधारा जाएगा। वही पास के ग्राम गोवर्धनपुर के ग्रामीणों ने बताया जल्द गांव में बनी आरसीसी रोड व नाली निर्माण कार्य में घटिया किस्म सामग्री के उपयोग करने पर आपत्ति भी जताई लेकिन उनकी बातों को अनसुना कर मौके पर मौजूद ठेकेदार कर्मचारी अपने काम में लगे रहे। गोवर्धनपुर के गांव के ग्रामीण बताते हैं कि कार्य के प्रारंभ से ही यही स्थिति हैं काम की स्थिति को देखने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। इसी बात का फायदा उठाकर ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में मनमानी बरती गई है। अमानक स्तर की सामग्री और पीला ईटा का उपयोग कर नाली निर्माण कार्य करवाया गया है। निर्माणाधीन नाली में अभी से टूट रहीं हैं जबकि सही ढंग से पानी की तराई नहीं किए जाने से कुछ स्थानों पर दरार दिखने लगी हैं। बरौली गांव के ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि पुलिया के मरम्मत निर्माण कार्य की समीक्षा करने कोई नहीं आता। यही कारण हैं कि जो मौके पर ठेकेदार के कर्मचारी काम करवा रहें हैं वह मनमानी पर उतारू है। जिसे लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि यहां पुलिया के निर्माण में घटिया सामग्री और पीला ईटा का जमकर उपयोग किया गया हैं। जिसकी बानगी अभी से सीमेंट झडऩे के साथ नजर आने लगी हैं यहां न तो पानी की तराई का ध्यान रखा गया और न ही मानक स्तर की सामग्री का उपयोग। जबकि उच्च क्वालिटी की सामग्री के साथ निर्माण कार्य को करना चाहिए। लेकिन ठेकेदार ने ऐसा नहीं किया।इसके निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ख्याल न रखा जाना पूर्णतया गलत हैं। ग्रामीणों ने एक स्वर में अपनी आवाज बुलंद करते हुए जिला के शासन-प्रशासन से मांग की है कि यहां कमजोर पुलिया बन्नी के बदले में मजबूत पुलिया का निर्माण कराया जाए। इस पुलिया के ऊपर से अधिक भार लेकर बड़े बड़े वाहनों का आवागमन दिन रात लगा रहता हैं। जिसे देखते हुए उक्त पुलिया का मजबूत से निर्माण कार्य कराया जाए जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति न बने। ठेकेदार रवि शुक्ला का कहना है कि विभाग की तरफ से आदेश है 84 कोसीय परिक्रमा संपर्क मार्ग में क्षतिग्रस्त पुलिया नाली निर्माण रोड की मरम्मत कार्य समय से कराए जाए।इसलिए काम करवा रहें।जहां कार्य घटिया किस्म का हुआ है उस पर सुधार किजाएगा। इस मामले पर जेई शेखर चंद्र जोशी ने कहा मामले की जानकारी हमारे संज्ञान में है एक हफ्ते पहले वहां जाकर वर्षों से पड़ी क्षतिग्रस्त पुलिया व निर्माण कार्य की जानकारी जुटाई थी। पुलिया निर्माण में मानक विहीन सामग्री लग रही है तो उसको तत्काल रुकवाकर मानकनुसार कार्य कराया जाएगा। कार्य में पीला ईटा का उपयोग नहीं होगा।