शौचालय तक आम लोगों का पहुंचना चुनौती से कम नहीं*
कमरुल खान
बिलग्राम हरदोई। । लाखों रुपये की लागत से बने सामुदायिक शौचालय खड़े खड़े ढहने की कगार पर पहुंच गये लेकिन आम लोगों के इस्तेमाल से अभी भी दूर हैं। बिलग्राम तहसील के निकट नगर पालिका द्वारा बनवाया गया शौचालय भी कुछ इसी तरह की हकीकत को बयान कर रहा है क्षेत्र के गांवों से रोज बरोज सैकड़ों की संख्या में लोग अपने मुकदमा, जमीन जायदाद संबंधी समस्याओं के निपटारे के लिए आते हैं और उन्हें कभी कभार अचानक शौच की आशंका होती है तो लोटा लेकर बाहर खेत में शौच के लिए जाना पड़ता है। गरीबों की इसी परेशानी देखत हुए तहसील परिसर के निकट सामुदायिक शौचालय निर्माण कराया गया था ताकि राहगीरों और तहसील में अपने काम से आने वाले लोगों को खुले में शौच करने न जाना पड़े। लेकिन लाखों रुपये खर्च हो गये मामला जस का तस ही रहा अभी भी लोग सामुदायिक शौचालय का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि शौचालय तक पहुंचना किसी चुनौती से कम नही है शौचालय का एक छोटा दरवाज़ा तो तहसील परिसर की तरफ खुलता है और दूसरा बड़ा गेट हरदोई बिलग्राम रोड की ओर है इसी ओर गेट पर घनी घनी झाड़ियों ने पूरे चैनल को घेर लिया है जिस कारण शौचालय तक पहुंचना किसी मुसीबत से कम नहीं हैं। बाहरी गेट देख कर तो ऐसा अंदाज़ा लगता है कि इस शौचालय में कीड़े मकोड़े ही शौच करते होंगें जब शौचालय का पत्रकार द्वारा निरिक्षण किया गया तो पाया कि उसकी छत टपक रही है और ऊपर रखी पानी की टंकी भी फूटी हुई है अंदर गंदगी इस कदर थी कि वहां पर खड़ा होना दूभर हो गया। अब इसे पालिका की लापरवाही नहीं तो और क्या कहा जाये जब तहसील परिसर में बने सामुदायिक शौचालय की सफाई नहीं होती जहां पर उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार, के कार्यालय मौजूद हैं तो फिर बाहर कैसी सफाई होती होगी इसका अंदाजा आप बखूबी लगा सकते हैं।