सांपों के इस मौसम में सावधानी ही बचाव-सर्प मित्र कुलदीप श्रीवास्तव
बरसात में आक्रामक हो जाता है सर्पों का स्वभाव, बरतें एहतियात और डरने की बजाय रहें संयमित
कछौना, हरदोई।* सर्प मित्र कुलदीप श्रीवास्तव कछौना क्षेत्र के लोगों को सांपों से बचाव के लिए जागरुकता और सांपों को बचाने के लिए मुहिम चला रहे हैं। उनके कार्य से लोगों में काफी जागरूकता आ रही है। जागरूक लोग अब सांप को देखने पर मारते नहीं हैं, सर्प मित्र को कॉल करते हैं। वह मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू करके वन कर्मियों के सहयोग से जंगल में छोड़ देते हैं। सांप की बात सुनते ही हमारे मन में डर बैठ जाता है, या हम सहम जाते हैं। कुलदीप श्रीवास्तव सर्प मित्र ने बताया हमेशा सर्प के बारे में जानकारी होने पर डर खत्म हो जाएगा। यह लगातार कई वर्षों से जन जागरूकता व सांपों को बचाने का कार्य कर रहे हैं। जन जागरूकता में वह सांप से डरने से बचाव, काटने पर प्राथमिक उपचार के बारे में सांप से जुड़ी भ्रांतियों के बारे में जागरूक करते हैं। 80% सांपों की प्रजातियां जहरीली नहीं होती है। क्षेत्र में पाई जाने वाली चार प्रजातियों के सर्प ही जहरीले होते हैं। अपना घर परिवेश दुकान में बरसात के समय सफाई का विशेष ध्यान रखें, खुली सामग्री व गंदगी के कारण छिपकली मेढक चूहा होने पर उन्हें अपना भोजन के लिए आते हैं। सांप काटने पर साबुन डिटॉल से उस स्थान को अच्छे से धोए, उस जगह पर कपड़ा बांध लें, तनाव न लें, ब्लड प्रेशर बढ़ सकता हैं। तत्काल इमरजेंसी वाहन 108 पर कॉल करके नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराएं, जहां पर डॉक्टर एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन लगाकर उपचार करते हैं। जिस दिन सांप को समझना पड़ेगा, लोगों के द्वारा कॉल करने पर तुरंत सर्पमित्र पहुंचकर रेस्क्यू करके वन्य कर्मियों के सहयोग से वन (जंगल) में छोड़ देते हैं। सर्प मित्र कुलदीप श्रीवास्तव ने कोबरा भारती नाग का रेस्क्यू करके उसके अण्डे अच्छे माहौल में हैचिंग प्रोसेस के माध्यम से 50 दिन बाद अंडे से बच्चे पैदा हुए, सर्प के बच्चों को वन कर्मियों के साथ जंगल में छोड़ दिया। कुलदीप श्रीवास्तव ने अपील करते हुए कहा वन्यजीवों को मारते नहीं हैं, पृथ्वी पर सभी को जीने का अधिकार है, हमारे संपर्क नंबर 9793120483 व 7388729781 पर कॉल करें, हम तुरंत पहुंच कर सर्प को पकड़कर रेस्क्यू करके जंगल में छोड़ कर एक जीव का जीवन बचाने में अपना कर्तव्य निभाएंगे।
रिपोर्ट – पी०डी० गुप्ता