जिलाधिकारी की अध्यक्षता मे आयोजित हुआ संपूर्ण समाधान दिवस, 244 शिकायतों का अंबार, काफी लोग डीएम को बिना मिले लौटे बैरंग
संडीला, हरदोई। संडीला तहसील सभागार में शनिवार को जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया। जिसमें कुल शिकायतें 244 जिला अधिकारी के समक्ष पहुंच सकी। लगभग 200 शिकायतकर्ता जिला अधिकारी को बिना मिले बैरंग वापस हो गए।
बड़ी संख्या में संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतकर्ता पहुंचने का अर्थ है ब्लॉक स्तरीय तहसील स्तरीय नगरीय स्तरीय व थाना स्तर पर आम जनमानस की शिकायतों का निस्तारण में अधिकारी/कर्मचारी रुचि नहीं लेते हैं। ज्यादातर शिकायतों के निस्तारण पर जनप्रतिनिधि ग्राम प्रधान, ब्लाक प्रमुख, छुटभैया नेता अधिकारियों को गुमराह करते हैं,
आखिर कारण क्या है? परिवार रजिस्टर की नकल के लिए फरियादी को जिला अधिकारी के अधिकारी के समक्ष जाना पड़ता है। ऐसा प्रकरण ग्राम सभा कछौना देहात विकासखंड कछौना का आया शिकायतकर्ता के बहनोई का दिनांक 05-08-2014 को निधन होने के बाद अभी तक मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बना है। जिसके कारण मृतक की दो मासूम पुत्रियों का नाम अभी तक परिवार रजिस्टर में दर्ज नहीं हो सका है। वह दर-दर भटकने को विवश है। जबकि यह ब्लॉक स्तर पर मौजूद ग्राम सचिव की जिम्मेदारी है वह ग्राम सभा का जन्म मृत्यु का ब्योरा अपडेट रखें।
ग्राम सभा गौहानी के रहीस अहमद निजामुद्दीन ने बताया उनको कृषि आवंटन हेतु 13 वर्ष पूर्व पट्टा किया गया था, जिसकी भूमि धरी नहीं की गई हैं, भूमि धरी करने हेतु राजस्व कर्मी सुविधा शुल्क की मांग करते हैं। शिकायतकर्ता राम प्रकाश निवासी नैरा लोन्हारा ने बताया उनके गांव में ग्राम सभा की भूमि पर माता-पिता की समाधि को दबंगों ने खोद कर जमींदोज कर दी। शिकायतकर्ता अंजनी अग्रवाल कछौना ने बताया ग्रामसभा गाजू में उनकी खरीदी 16 बीघा कृषि भूमि पर गांव के भू माफियाओं ने दबंगई से कब्जा कर लिया है। रामविलास निवासी चंदोईहार कछौना ने बताया ग्राम सभा खजोहना के कुछ दबंग लोग रंजिशन पेशेवर महिला से झूठा मुकदमा बलात्कार मारपीट आदि गंभीर धाराओं का मुकदमा लिखा दिया। दिव्यांग डी०के० निवासी हिंदू खेड़ा विद्युत विभाग में संविदा पर कार्यरत थे। कार्य के दौरान विद्युत चपेट में आने से उनका एक पैर इलाज के दौरान काटा जा चुका है, अब उनके सामने कोई रोजगार न होने के कारण दर-दर भटकने की विवश हैं। उन्होंने बताया कछौना में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा स्पेशल कंपोनेंट इंदिरा आवास की दुकाने हैं। परंतु इनमें ज्यादातर दुकानों में अन्य समाज वर्ग के लोग काबिज हैं। असहाय दिव्यांग दलित फुटपाथ पर रोजगार करने को विवश है। इनकी जांच कर अपात्र लोगों से खाली कराकर पात्र लोगों के जीविकोपार्जन के लिए दुकानें आवंटित की जाएं, स्वयं के लिए डीके ने एक दुकान की मांग की। रोहित निवासी राधा नगर कीरतपुर कछौना ने बताया उसका मोहल्ला जिसमें लगभग एक दर्जन से ज्यादा दलित परिवार आज भी विद्युतीकरण से वंचित है, जिससे मोहल्ले का सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है। सबसे ज्यादा नौनिहालों को शिक्षण कार्य हेतु असुविधा होती है। जिला अधिकारी से मिलने के लिए दूरदराज से पुरुष महिलाएं दिव्यांग सुबह से लाइन में लग गए थे, परंतु जिलाधिकारी लगभग 12:00 बजे देर में पहुंचे हैं, काफी संख्या में फरियादी जिलाधिकारी के समक्ष अपनी व्यथा नहीं रख पाए, मायूस होकर वापस चले गए। इस संपूर्ण समाधान दिवस में राजस्व कर्मी कई काउंटर पर मुस्तैद रहे, फरियादियों की शिकायत पर मोहर लगाकर प्राप्ति रसीद उपलब्ध करा रहे थे। ज्यादातर शिकायतें अवैध कब्जा, सार्वजनिक भूमि पर कब्जा, चकमार्ग खाली कराने हेतु, दिव्यांग, विधवा, वृद्धावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु, पात्र व्यक्ति राशन कार्ड से वंचित, प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता सूची में नाम न होने के फरियादी पहुंचे।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, क्षेत्राधिकारी संडीला अंकित मिश्रा, उप जिलाधिकारी श्रीमती नित्या, तहसीलदार राजीव यादव, नायब तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल, जिला अधिकारी सहित ब्लॉक स्तरीय, शिक्षा विभाग, नगर निकाय, स्वास्थ विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट – पी०डी० गुप्ता