पैदा हुआ ना होगा कोई दूसरा हुसैन
*कमरुल खान*
बिलग्राम( हरदोई )अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर ऐतिहासिक सफेद ताजिया अपनी रिवायती अंदाज में निकाला गया दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़। हर साल की तरह इस साल भी मोहल्ला मैदानपूरा स्थित इमामबाड़े से सफेद ताजिया सैयद बादशाह हुसैन वास्ती की सरपरस्ती में शनिवार सुबह 7:00 बजे निकाला गया
जिस की जियारत दर्शन) करने के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े जुलूस में शमशुल हसन (उर्फी) वलीउल्ला और दूदू ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शान में मरसिया पेश किया। बताते चलें कि मोहर्रम में हजरत इमाम हुसैन ने अपने 72 साथियों के साथ 10 मोहर्रम को यजीदी आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ी और अपनी जान गवां कर इंसानियत को शर्मसार होने से बचा लिया इमाम हुसैन की शहादत पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है उनके मानने और चाहने वाले बिलग्राम में हर साल ताजिया उठा कर उन्हे याद करते हैं सफेद ताजिया भी उसमें से एक है ये सफेद ताजिया शनिवार मोहल्ला मैदानपुरा से अपने कदीमी रास्तों से रिवायती अंदाज में उठाया गया जो मुख्य रास्ते से होता हुआ इमाम चौक पर सुबह 10 बजे पहुंचा 3:00 बजे पुनः फिर ताजिया उठाया गया और कर्बला के लिए 6:00 बजे शाम को रवाना हुआ
बाद नमाज मगरिब इमामबाड़े में हजरत सैयद उवैस मुस्तफा वास्ती बिलग्रामी सज्जादा नशीन खानकाहे सुगरवया ने शहीद ए कर्बला पर मजलिस को खिताब किया और इमाम हुसैन के बताए रास्ते पर चलने की नसीहत की सलातो सलाम के बाद मुल्क की सलामती के लिए हाथ उठे प्रमुख रूप से सैयद फैजान मुस्तफा – वाजिद हुसैन सजर – अब्दुल अली – खालिद अली मोहम्मद सलीम आदि उपस्थित रहे