कछौना, हरदोई।* लगातार तेज बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी आ गई, वहीं कुछ किसान अनहोनी घटना से प्रभावित हुए हैं। विकासखंड कछौना के ग्राम सभा पतसेनी देहात के ग्राम तेरवा निवासी मुनीष अली के घर की दीवार गिरने से उसमें दबकर तीन भैंसों की मृत्यु हो गई।
इस घटना से पशुपालक के सामने संकट खड़ा हो गया। पीड़ित किसान की सूचना पर राजस्व कर्मी अनूप शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी। वही अंधाधुन सार्वजनिक भूमि पर आवाज कब्जा व जल निकासी की संचित व्यवस्था न होने के कारण कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। विकासखंड कछौना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना व कई परिषदीय विद्यालयों के प्रांगण जल मन हो गए। जिससे लोगों का आवागमन दुष्कर हो गया हैं। वहीं क्षेत्र के अस्थाई गौ-आश्रय स्थल में जल भराव से कई बेजुबान पशुओं की जान चली गई हैं।
अस्थाई गौ-आश्रय स्थल में काफी अव्यवस्थाएं है। जिससे बेजुबान पशुओं का जीवन प्रभावित होता है। कछौना कस्बे में जल निकासी हेतु कई नालों की समुचित सफाई कार्य नहीं हुआ है, नालों को भवन में स्वामियों ने कब्जा कर समतल कर दिया हैं। जिससे थोड़ी बारिश में भी कस्बा जलमग्न हो जाता है। जल निकासी के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में आबादी क्षेत्र में स्थित तालाबों पर ग्रामीणों ने कब्जा कर समतल कर दिया है। जिससे ग्रामीणों के सामने ज्वलंत समस्या खड़ी हो गई है। ग्राम सभा बर्राघूमन में जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण गांव की गालियों ने तालाब का रूप ले लिया है। गांव के लोग आवागमन हेतु नाव का सहारा ले रहे हैं।
इस बारिश से गांव में जल मिशन के तहत पाइपलाइन के लिए खोदी गई नाली व गड्ढे मुसीबत बने हैं। कार्यदायीं संस्था ने इसे समुचित तरीके से बंद करना मुनासिब नहीं समझा। कई ग्रामीण गड्डों में गिर कर चुटहिल हो चुके हैं। वही पशुपालक के पशु इनमें गिर कर चुटहिल हो चुके हैं। ग्रामीणों में भागीदारी की कमी व विभागीय अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते आम जनमानस मुसीबत का शिकार होते हैं। बरसात के समय ज्यादा सावधानी की आवश्यकता है। थोड़ी सी असावधानी से लोग मुसीबत के शिकार होते हैं।
रिपोर्ट – पी०डी० गुप्ता