बिलग्राम कोतवाली के नाऊपुरवा में गुरुवार की रात हुआ था हादसा
*कमरुल खान*
बिलग्राम हरदोई। कमरें के अंदर सो रहा युवक आग की लपटों के साथ चीखता हुआ बाहर भागा,उसे इस हालत में देख कर उसके घर वाले घबरा गए। उसे सीएचसी ले जाया जाता, उससे पहले ही वह बुरी तरह झुलस चुका था। युवक को हरदोई मेडिकल कालेज रिफर कर दिया गया। जहां डाक्टरों ने उसे लखनऊ ले जाने की सलाह दी, लेकिन पैसों की तंगी पैरों की बेड़ी बन गई। नतीजतन युवक ने घर में दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए उसका पोस्टमार्टम कराया है।
बताया गया है कि बिलग्राम कोतवाली के नाऊ पुरवा निवासी मिश्रीलाल का 22 वर्षीय पुत्र छविराम अविवाहित था। मेहनत-मज़दूरी कर अपना और अपने घर का खर्च चलाने वाला छविराम वह अपने दो भाइयों मे बड़ा था। उसके भाई शिवकुमार ने बताया गुरुवार की रात वह अपने कमरें में सो रहा था। तभी वह चीखते हुए बाहर भागा। उसकी आवाज़ से घर वालों की नींद टूट गई। उन्होंने देखा कि छविराम आग की लपटों से घिरा हुआ है। उसे इस हालत में देख कर सभी के होश उड़ गए। वह घर के बाहर लगे हैंडपंप के पास पहुंचा और अपने ऊपर पानी डालने लगा। जब तक आग पर काबू पाया जाता , उससे पहले वह बुरी तरह झुलस चुका था। आनन-फानन में उसे पहले तो सीएचसी पहुंचाया गया, जहां से मेडिकल कालेज के लिए रिफर कर दिया गया। मेडिकल कालेज के डाक्टरों ने उसे लखनऊ ले जाने की सलाह दी। लेकिन तंगी के चलते उसके घर वालों के कदम जहां थे वहीं ठिठक गए। उसके बाद उसे उसी हालत में उसे घर उठा ले गए। जहां शुक्रवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए उसका पोस्टमार्टम कराया है। हादसे की जांच की जा रही है।