हरदोई-आशा बहू की कमीशन खोरी के चलते गई मासूम की गई जा

कथित नर्सिंग होम लाशों से कर रहे कमाई

भोले भाले ग्रामीणों को ठगने का अड्डा बने फर्जी नर्सिंग होम

हरदोई। जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने वा आम जन को निशुल्क इलाज की व्यवस्थाएं कर रही है। तो वहीं स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की नाक के नीचे खुलेआम लोगों की जिंदगियों से खेला जा रहा है। लेकिन विभागीय खाऊ कमाऊ नीति लोगों के जीवन पर भारी पड़ती दिख रही है। आपको बताते चलें बावन विकासखंड के कासिया पुर गांव निवासी विजय कुमार ने परसों अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर गांव की आशा किरण के माध्यम से जिला अस्पताल में भर्ती करने के लिए लेकर आया लेकिन आशा के द्वारा जिला अस्पताल ना ले जाकर बिलग्राम चुंगी पर स्थित कथित मयूर हॉस्पिटल में प्रसूता को भर्ती कर दिया।जहां पर प्रसूता ने एक बेटे को जन्म दिया और इलाज में लापरवाही के चलते उस मासूम की आज जान चली गई। इसके बाद परिजनों ने शहर के कई डॉक्टर और हॉस्पिटलों के चक्कर लगाने के बावजूद मासूम को न बचा सके और मायूस होकर अस्पताल के दबाव में शिकायत करने में भी ज्यादा दिलचस्पी न दिखाते हुए अपनी पत्नी को लेकर घर चले गए लेकिन सवाल यह उठता है की सरकार के निर्देशों के बावजूद खुले आम यह फर्जी नर्सिंग होम संचालित कैसे हैं इनके पास ना संसाधन है ना डॉक्टर है सूत्र तो यह भी बताते हैं मयूर हॉस्पिटल के बोर्ड पर जितने भी डॉक्टर के नाम लिखे हुए हैं।इनमें से शायद ही कोई डॉक्टर कभी हॉस्पिटल आया हो लेकिन इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन कैसे हुआ यह समझने की जरूरत है।विभागीय खाऊ कमाऊ नीति लोगों की जान पर भारी पड़ रही है।जबकि आपको बताते चलें हरदोई जनपद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगा हुआ है, डिप्टी सीएम/व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक का गृह जनपद है लेकिन इसके बावजूद स्वास्थ्य महक में के जिम्मेदार अपने कार्यों की प्रति कितने ईमानदार हैं।यह घटना महज एक बानगी है। अभी भी कुछ दिन पूर्व ही एक महिला की भी मौत इसी अस्पताल में हुई थी जिसमें काफी हंगामा भी हुआ और जांच भी हुई लेकिन विभागीय जांच के नाम पर जांच अधिकारियों की जेब गर्म होने के बाद ऐसे मामले ठंडे बस्ते में डालकर और कथित नर्सिंग होम को लूट की खुली छूट दे दी गई। अब देखना यह होगा कि इस घटना के बाद भी स्वास्थ्य महकमा जागेगा और कार्रवाई करेगा या पुरानी घटनाओं की तरह फिर लेदे कर मामला रफा-दफा और इस घटना में पूरी तरह दोषी आशा को विभाग की तरफ से दंडित किया जाएगा या नहीं।
हालांकि इस पूरे मामले पर सीएमओ हरदोई से बात करने पर उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण की नोडल अधिकारी वी शाहाबाद सीएससी प्रभारी बारीकी से जांच करेंगे और जांच में दोषी पाए जाने पर नर्सिंग होम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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