बिलग्राम हरदोई , नगर की मशहूर खानकाह सुगरविया बड़ी सरकार के सज्जादा नशीन मखदूम ए मिल्लत हजरत सय्यद उवैस मुस्तफा वास्ती के शहजादे मौलाना सय्यद सालार हसन वास्ती मंगलवार बाद नमाज़ ए फजर उस पवित्र स्थान के लिए रवाना हुए जहाँ की हाजरी किसी आशिर्वाद से कम नहीं जहां पर जाने की हर मुसलमान की पहली ख्वाहिश होती है उसी चाहत को दिल में बसाये हुए जियारत ए हरमैन शरीफैन के लिए रवाना हो गए। लोगों ने उनसे अपने लिए और देश में अमनो शांति समृद्धि के लिए विशेष दुआओं की गुजारिश वहीं कुछ लोगों ने रौज़ा ए अतहर पर हाजिर होने पर सलाम पेश करने के लिए कहा। सय्यद सालार हसन वास्ती जैसे ही खानकाह से रुखसत हुए उनको वहां मौजूद आशिकाने रसूल ने फूल माला पहना कर और नार ए तकबीर अल्लाह अकबर, लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक की सदाओं को बुलंद कर नाते नबी गुनगुनानाते हुए रुखसत किया गया बताया गया है कि सय्यद सालार हसन वास्ती रमज़ान का पूरा माह मक्का और मदीना में ही व्यतीत करेगें जिसके बाद वो वापस हिंदुस्तान लौटेंगे इस दौरान सैयद फैजान मियां, सैयद उमर मिया, सादी मियाँ, मौलाना अब्दुल करीम उवैसी मुफ्ती गुलाम गौस उवैसी मुनाजिर हुसैन वाजिद, हुसैन, शजर हुसैन अब्दुल अली मौजूद रहे।
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