शाहाबाद,हरदोई।तहसील के भदेउना गाँव की एक विधवा अपने पति की मौत के बाद उसके नाम की जमीन की विरासत दर्ज कराने को लेकर पिछले एक साल से लेखपाल के चक्कर लगा रही है परंतु अभी तक विरासत दर्ज नही की गई।बतातें चलें कि राकेश सिंह पुत्र शिवकुमार सिंह निवासी ग्राम भदेउना की म्रत्यु 16 सितंबर 2018 को हो गयी थी।मृतक की विधवा पत्नी रानी सिंह पिछले काफी समय से अपने पति की जमीन की विरासत कराने को लेखपाल सहित तहसील के अधिकारियों के चक्कर लगाते थक गई लेकिन विरासत दर्ज नही की गयी।जबकि शासनादेश के तहत मृतक की जमीन की विरासत एक माह के अंतर्गत हर हालत में हो जानी चाहिए लेकिन तहसील के जिम्मेदार सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।बकौल रानी सिंह उसके पति की भूमि ग्राम धियरई तहसील शाहाबाद में है।उसी जमीन की विरासत के लिये उसने लेखपाल मुकेश कुमार के कहने पर एक हजार रुपए दिये।उसके बाबजूद लेखपाल द्वारा विरासत दर्ज नही की गयी।पीड़िता का आरोप है कि लेखपाल द्वारा विरासत दर्ज करने हेतु जो सुविधा शुल्क बताया गया था। उतनी धन राशि तो उक्त महिला नही दे सकी,फिर भी किसी से कर्ज लेकर एक हजार लेखपाल को दिया।सुविधा शुल्क दिए सात माह बीतने को हैं लेकिन विरासत अबतक नहीं बनाई गयी है।विधवा का आरोप है कि लेखपाल उसके पति की जमीन उसके नाम विरासत दर्ज नही करना चाहता है।तहसीलदार की उदासीनता ग्रामीणों में असंतोष है।
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