हरदोई।गंगा में शव प्रवाहित एवं गंगा किनारे दफन करने को रोकने के सम्बन्ध में कलेक्ट्रेट सभागार डीएफओ तथा नमामि गंगे के संयोजक तथा गंगा प्रहरियों के साथ आहूत बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाये रखने के लिए गंगा प्रहरी व मित्र गंगा घाटों पर विशेष चौकसी बरते और किसी भी दशा में किसी को भी गंगा में शव प्रवाहित एवं दफन न करने दें।उन्होने डीएफओ को निर्देश दिये कि गंगा में शव प्रवाहित एवं दफन करने को रोकने हेतु संबंधित उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रत्येक माह में सम्बंधित ग्राम प्रधानों की बैठक करायें जिसमें खंड विकास अधिकारी और नममि गंगे के सभी प्रहरी को भी बुला कर साफ़ सफ़ाई और गंगा जी के संरक्षण हेतु कार्यों की समीक्षा की जाए। घाटों पर बोर्ड लगवायें और बोर्ड पर गंगा प्रहरियों के नाम व मोबाइल नम्बर के साथ चेतावनी भी लिखवायें कि गंगा में शव प्रवाहित करने एवं गंगा किनारे शव दफन करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने गंगा प्रहरियों एवं मित्रों से कहा कि ग्रामवासियों को जागरूक करें कि कोई भी शव को गंगा में शव प्रवाहित करना एवं गंगा किनारे दफन करना अपराध है। उन्होने कहा कि गंगा किनारे केवल शव जलाने की व्यवस्था है और अगर किसी ग्रामीण के पास लकड़ी खरीदने के लिए पैसे नही है तो संबंधित ग्राम प्रधान पांच हजार रूपया ग्राम निधि से पीड़ित व्यक्ति को लकड़ी खरीदने के लिए देगें।
जिलाधिकारी ने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए तहसील स्तर पर गठित समिति का पुनर्गठन किया जाए जिसमें संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, सीओ खण्ड विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत सचिव तथा गंगा प्रहरी एवं मित्रों को जोड़ा जायेगा। बैठक में डीएफओ, जिला सूचना अधिकारी नमामि गंगे के संयोजन अशोक कुमार सिंह, सह संयोजक अमर सिंह राजपूत, गंगा प्रहरी, बीना राजपूत, प्रियांशू राजपूत, लालाराम राजपूत, गंगा मित्र रामजी द्विवेदी, वीर बहादुर राजपूत, रामचन्द्र मल्लाह, राधेश्याम राजपूत तथा सोशल मीडिया प्रभारी नमामि गंगे जितेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।