हरपालपुर/हरदोई।स्थानीय कस्बे में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों को लाल पीली गोलियों के सहारे गंभीर रोगियों का भी इलाज किया जा रहा है वहीं अच्छी अच्छी दवाइयां स्टाक में रखे होने के बावजूद भी मरीजों को उपलब्ध नहीं कराई जाती हैं जब वह दवाइयां एक्सपायर हो जाती हैं तो उन्हें कूड़ेदान में आग के हवाले कर दिया जा रहा है।
हरपालपुर कस्बे के सीएचसी पर कटियारी क्षेत्र से लगभग कोविड-19 के दौर से पहले जब ओपीडी सेवाएं चालू थी तब सौ से डेढ़ सौ मरीज रोजाना यहां दवा लेने आया करते थे। आज के समय में देखा जाए तो इमरजेंसी में 10 से 15 मरीज रोजाना इलाज के लिए आ रहे हैं। पेट दर्द से लेकर कोई भी कितनी भी बड़ी मर्ज हो सिर्फ यहां के डॉक्टर लाल पीली गोलियों के सहारा ही मरीजों का इलाज कर रहे हैं जबकि सरकार द्वारा 30 बेड का यह सीएचसी है जिसमें शासन के द्वारा पैथोलॉजी एक्स-रे रूम आज कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई लेकिन वह सिर्फ शोपीस बनकर रह गई हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थित कूड़ेदान में मरीजों को वितरित की जाने वाली दवा आग के हवाले की गई।सूत्रों की माने तो कुछ दिन पहले हजारों रुपए की दवा खराब हो जाने के चलते यहां स्थित कूड़ेदान में आग के हवाले कर दी गई, वहीं आने वाले मरीजों को सिर्फ लाल पीली गोलियां दी जा रही हैं।कटरा बिल्हौर हाईवे के किनारे स्थित सीएचसी पर आए दिन दुर्घटनाओं के शिकार होने वाले मरीजों को सीधे जिला अस्पताल का सहारा लेना पड़ रहा है जब इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर राणा प्रताप से वार्ता करना चाहा तो सीयूजी नंबर को किसी प्राइवेट व्यक्ति ने रिसीव किया था।