टोडरपुर ब्लॉक की 1962 से विरासत के संवाहक रहे स्व. कौशल की रही है क्षेत्र में मजबूत पकड़
सुपुत्र संजय तिवारी ने विरासत को संजोए रखा
बदली हुई परिस्थितियों में भी हिंदुत्व की कसौटी पर खरे उतरेंगे संजय तिवारी
हरदोई।”अपनो की ज़िंदगी को गुलोगुल्ज़ार करता हूँ,आदमी हूँ आदमी से प्यार करता हूँ”कहिकी मजाल हई, जौं हमरे मुहाने मा हमरे आदमी का छुई देइ”हां जी ऐसी अपने क्षेत्र वासियों के लिए हर तरह से हिंदुत्ववादी मसीहा रहे पूर्व ब्लॉक प्रमुख टोडरपुर स्व कौशल किशोर तिवारी कोठिला की तासीर थी।तभी तो 1962 से टोडरपुर ब्लॉक की स्थापना वर्ष से निरंतर ब्लॉक प्रमुखी की विरासत किसी न किसी रूप में सजती संवारती आ रही है,जिस विरासत को उनके सुपुत्र समाजसेवी संजय तिवारी आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं।टोडरपुर ब्लाक की सन 1962 से स्थापना वर्ष के पहले ब्लाक प्रमुख बने स्वर्गीय कौशल किशोर तिवारी ने अपने क्षेत्र वासियों और हिंदुत्व कांठी के बल पर 49 वर्षों से किसी न किसी रूप में राजनीतिक विरासत परिवार में ही रही।लोग चटकारे मारकर कहते हैं कि हर गरीब मजलूम व्यक्तियों की शरण स्थली तिवारी जी ही होते थे,तिवारी जी की शरण में जो आ गया, उस पर प्रशासनिक कार्यवाही बिना तिवारी जी के मर्जी से कर सकने में अधिकारी सक्षम नहीं होता था।जिसका प्रमुख कारण तिवारी का पूरे क्षेत्र में बढ़ता हुआ सम्मान गैर हिंदू राजनीतिक व्यक्ति या अन्य व्यक्ति से स्वर्गीय कौशल से पटरी कम ही खाई और अपने क्षेत्र वासियों की लगातार मदद करते रहे। वह किसी भी प्रकार के फर्जी आरोप में किसी निरीह गरीब अमीर हिन्दू को परेशान करने की हिमाकत नही थी। प्रशासन की क्या मजाल बिना स्वर्गीय कौशल जी की बिना सहमति लिए कार्यवाही कर दे ,वे क्षेत्र वासियों के लिए हमेशा ही मददगार बने रहे।हरदोई शहर में निवास के समय भी राजनीतिक केंद्र हुआ करता था।उनकी इस राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने में उनके सुपुत्र समाजसेवी संजय तिवारी हमेशा जुटे रहे और 50 सालों की विरासत को सजाने संवारने में लगे रहे।सन 2011 में जब गैर हिंदू बसपा क्षेत्रीय विधायक आसिफ खां बब्बू द्वारा क्षेत्रीय हिंदुओं को अपने पाले में करने हेतु प्रताड़ित किया जाने लगा और उनकी मदद को स्वर्गीय कौशल जी आगे आते रहे। जिससे मनमुटाव हुआ और सन 2011 का ब्लॉक प्रमुखी चुनाव हरवा दिये गये। इससे पहले महिला आरक्षण होने पर स्वर्गीय कौशल ने अपनी पुत्रवधू पुष्पा तिवारी को ब्लाक प्रमुख बनाया और दलित वर्ग के लिए आरक्षित होने पर अपने कर्मचारी धरमू को प्रमुख बनाकर राजनीति करते रहे। स्वर्गीय कौशल तिवारी ने अपने जीवन काल में ही अपनी राजनीतिक विरासत अपने पुत्र संजय तिवारी को सौंप दी थी और संजय को जिला गन्ना उत्पादक सहकारी समिति हरदोई का अध्यक्ष बनवाया ,जिस पर संजय तिवारी लगातार 10 वर्षों से पदासीन हैं। हिंदुत्व कांठी और अपनों के लिए अपना जैसा व्यवहार की पारिवारिक छवि होने के कारण संजय तिवारी को क्षेत्रीय जनता अब भी स्वर्गीय कौशल के उपकारों का लाभ दे रही है।संजय तिवारी भी पूरे मनोयोग से सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अपने ग्राम कोठिला में कई कन्याओं का विवाह करा चुके हैं,और वह हर किसी जरूरतमंद कन्या के विवाह के लिए ₹11000 देने के लिए घोषित कर रखे हैं। कोरोना काल में भी वह अपने स्तर से क्षेत्र वासियों की मदद करते रहे।बदली हुई परिस्थितियों में अब देखना यह है कि संजय तिवारी अपने पिता की विरासत को किस तरह से अमलीजामा पहनाकर हिंदुत्व क्षेत्र वासियों की मदद करने में सफल रहेंगे।