कछौना/ हरदोई। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 12 जुलाई से फाइलेरिया की दवा घर-घर खिलाई जा रही है। शासन के आदेशानुसार गांव की आशा बहुएं, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सुपरवाइजर की संयुक्त टीमें गांव गांव पहुंच रही हैं।
नोडल अधिकारी राजेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि फाइलेरिया एक खतरनाक संक्रमित बीमारी है। इस बीमारी का बचाव मात्र दवा का सेवन ही है। फाइलेरिया की रोकथाम के लिए फाइलेरिया मुक्त अभियान प्रभावी तरीके से चलाया जा रहा है। आम जनमानस ने जागरूकता का संकल्प लिया, यह दवा दो वर्ष से कम के छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, ज्यादा गंभीर बीमार लोगों को नहीं खिलाई जाएगी। वही खाली पेट दवा का सेवन न करें। दवा की खुराक आयु बल लंबाई के अनुसार दी जाएगी। फाइलेरिया के कीटाणु शरीर में बिना रोग के लक्षण पैदा किए कई वर्षों तक शरीर में पड़े रहते हैं। अचानक कभी भी फाइलेरिया की बीमारी हो जाती है।फाइलेरिया को मिटाना है, स्वस्थ हरदोई उत्तर प्रदेश बनाना है। मच्छरदानी का सदा प्रयोग करें। यह संक्रमित मच्छर स्वस्थ व्यक्ति को काटकर एक दूसरे को संक्रमित कर देता है। इससे हाथी पाव, हाइड्रोसील,होने का खतरा बना रहता है। इसके लक्षण 5 वर्ष से 15 वर्ष तक लग सकतें हैं। टीम घर घर जाकर अपने सामने दवा खिला रही है। इस अभियान में बाल विकास पुष्टाहार विभाग का कोई भी सहयोग नहीं मिल रहा है।