हरदोई। जनपद में अपराध नियंत्रण अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के निर्देशन में चलाए जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन शिकंजा के तहत कार्यवाही के अंतर्गत अपराधियों के पास दूसरे के नाम पते के सिम मिलने के पश्चात फ्री एक्टिवेटेड सिम बेचने वाले गिरोह का खुलासा कोतवाली पुलिस व एसओजी टीम ने किया है। इसकी जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता में दी।
उन्होंने बताया,ऑपरेशन शिकंजा के तहत अपराधियों के पास दूसरे के नाम पते के सिम मिलने के पश्चात छानबीन से ज्ञात हुआ कि प्रीएक्टीवेटेड सिम बेचने वाला एक गिरोह हरदोई जनपद में सक्रिय है। इस गिरोह को पकड़ने के लिए एसओजी टीम तथा कोतवाली शहर को लगाया गया।मुखबिर के सूचना के आधार पर सांडी रोड पर स्थित बड़ी नहर पुलिया के पास चार व्यक्तियों को विभिन्न दूरसंचार कंपनियों के प्रीपेड मोबाइल सिम के साथ खरीद-फरोख्त करते हुए पकड़ा गया। पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त गिरोह गांव में घूम घूम कर बेचते हैं। इस दौरान जब कोई व्यक्तिगत अपना अंगूठा लगाकर अपना आधार कार्ड सत्यापित करता है तब उसी व्यक्ति से रिचार्ज के बहाने दूसरा सिम अंगूठा लगाकर एक्टिवेट कर लेते हैं और उसे अपने पास रख लेते हैं जिसे ऊंचे दामों पर हरदोई व आसपास के जिलों में बेचते हैं। उक्त के संबंध में थाना कोतवाली शहर पर मुकदमा अपराध संख्या 732/21 धारा 419/420 पंजीकृत है। पकड़े जाने वाले अभियुक्त गण राहुल कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी बमटापुर, थाना सांडी, विवेक सिंह उर्फ सत्यम सिंह पुत्र शेर सिंह निवासी सेमरा, थाना सांडी, दुली चंद पुत्र संत राम निवासी सुरेना थाना सांडी, गौरव त्रिवेदी पुत्र कृष्ण प्रकाश निवासी बावन, थाना लोनार जनपद हरदोई को पकड़ा गया है।
महत्वपूर्ण हो कि प्रीएक्टीवेटेड सिम का उपयोग अपराधियों द्वारा अपराध कार्य करने में प्रयोग किया जाता है क्योंकि जांच के दौरान उनकी पहचान सत्यापित नहीं हो पाती है जिससे पुलिस बल को मिलने वाला एक अहम सुराग नहीं मिल पाता है। इस गिरोह के द्वारा बेचे गए सिम के बारे में जांच की जा रही है तथा इस गिरोह से कौन-कौन व्यक्ति जुड़े हुए हैं जांच जारी है। 88 सिम,2 लैपटॉप, दो अंगूठा स्कैनर, दो बैग, 15 फोटो, 5 मोबाइल, दो मोटरसाइकिल बरामद किया गया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक ब्रजकिशोर सिंह प्रभारी सर्विलांस, उप निरीक्षक संतोष कुमार शुक्ला कोतवाली शहर, कांस्टेबल कांशी राम ,हेड कांस्टेबल दिनेश शर्मा एसओजी, कांस्टेबल मंजेश एसओजी, कांस्टेबल जितेंद्र सिंह एसओजी,कांस्टेबल बृजनंदन एसओजी, कांस्टेबल आदित्य सिंह एसओजी और कांस्टेबल सुरजीत एसओजी शामिल रहे।