बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देकर उन्हें स्वावलम्बी एवं आत्म निर्भर बनायें:- प्रेमावती
सरकार की संचालित योजनाओं से अधिक से अधिक पात्र महिलाओं को जोड़ा जायेगा:-अविनाश कुमार
सरकार की विभिन्न योजनाओं से जुड़कर अपने को स्वावलम्बी बनाये:- अजय कुमार
हरदोई, प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार विकास भवन के स्वर्ण जयंती सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित मिशन शक्ति के अन्तर्गत नारी सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलबंन के तृतीय चरण कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रूप में मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस अवसर पर मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपने सम्बोधन में कहा कि महिलायें स्वयं सशक्त बने और शासन की विभिन्न योजनाओं से जुड़ कर लाभ प्राप्त करते हुए अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाये तथा अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें जिसमें बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देकर उन्हें शिक्षित एवं आत्म निर्भर बनायें। उन्होने कहा कि प्रदेश में बालिकाओं के जन्म से लेकर पढ़ाई-लिखाई एवं उनके विवाह के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है और आज देश में महिलायें/बालिकायें किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से पीछे नहीं है।
कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि मिशन शक्ति के तृतीय चरण में जनपद की 1306 ग्राम पंचायतों, 19 ब्लाक, नगर निकायों एवं समस्त थानों के माध्यम से चलाया जायेगा और विभिन्न विभागों के समन्वय से कार्य योजना बनाकर महिलाओं तथा बालिकाओं को जागरूक कर स्वावलम्बी एवं सशक्त बनाया जायेगा और प्रत्येक ग्राम पंचायत भवन में एक मिशन शक्ति कक्ष बनाकर प्रदेश सरकार की मंशा अनुरूप महिलाओं की सुरक्षा व स्वावलम्बन हेतु समर्पित किया जायेगा तथा विभिन्न सरकारी विभागों में संचालित योजनाओं से अधिक से अधिक पात्र महिलाओं व बालिकाओं को जोड़ा जायेगा।
जिलाधिकारी ने मिशन शक्ति के तहत विगत चरणों में जनपद में हुए कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि निराश्रित महिला पेंशन से इस वित्तीय वर्ष 3361 लाभार्थियों को जोड़ा गया है तथा मुख्यमंत्री सुमंगला योजना में 1562 लाभार्थियों को पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से भुगतान किया गया और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं के अन्तर्गत 40345 महिलाओं एवं बालिकाओं को जागरूक किया गया तथा जनपद में महिलाओं के 10732 स्वयं सहायता समूह गठित कर उन्हें स्वावलम्बी बनाया गया है। उन्होने बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा बनाये गये सामुदायिक शौचालयों में से 1110 शौचालयों का संचालन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है और उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की कोविड-19 महामारी के तहत मृत्यु हो गयी है ऐसे अनाथ बच्चों को उक्त योजना के अन्तर्गत जनपद के चिहिंत 44 बच्चों को प्रत्येक माह रू0- 4,000 की धनराशि पढ़ाई-लिखाई आदि के लिए उपलब्ध कराई जा रही है और प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार जनपद में महिलाओं एवं बालिकाओं को बृहद् स्तर पर स्वावलम्बनी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम में महिलाओं को सम्बोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने कहा कि महिलायें अपनी शक्ती को स्वयं पहचाने और अपने बच्चों की शिक्षा के लिए समय अवश्य निकालकर उन्हें शिक्षित बनाने में योगदान दें और सरकार की विभिन्न योजनाओं से जुड़कर अपने को स्वावलम्बी बनायें। इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष अलका गुप्ता ने भी महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा कि समाज में महिलायें किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है, इसलिए महिलायें एवं बालिकायें अपने को असुरक्षित न महसूस करें और कुरीतियों का डटकर मुकाबला करें। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष, महिला मोर्चा अध्यक्ष, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने जनपद में पुलिस, अजीविका मिशन, राजस्व आदि विभागों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मान पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चन्द्र, उपायुक्त आजीविका मिशन विपिन कुमार चौधरी जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील कुमार सिंह, सहायक अभियंता डीआरडीए राजेश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्वि मिश्रा सहित विभिन्न क्षेत्रों की महिला ग्राम प्रधानों सहित अन्य विभागों की महिलायें आदि उपस्थित रहीं।