त्रिविध दुखों से छूट कर मोक्ष को प्राप्त करना असंख्य दर्शन एक साधन- डॉ राजेश मिश्
हरदोई।महर्षि कपिल द्वारा प्रणीत सांख्य दर्शन में छह अध्याय हैं और सूत्रों की संख्या ५२७ है। इस दर्शन का उद्देश्य प्रकृति और पुरुष की विवेचना करके उनके पृथक पृथक स्वरूप को दिखलाना है, जिससे जिज्ञासु व्यक्ति बन्धन के मूल कारण अविवेक को नष्ट करके त्रिविध दुखों से छूट कर मोक्ष को प्राप्त कर सके।
शहीद उद्यान स्थित कायाकल्प केन्द्र में प्रारम्भ हुई सांख्य दर्शन की कक्षा लगभग डेढ़ माह तक हवनोपरान्त नित्य प्रातः ७ बजे से होगी। नेचरोपैथ डॉ राजेश मिश्र ने बताया इच्छुक व्यक्ति इसमें निःशुल्क प्रवेश ले सकते हैं।