मल्लावां/ हरदोई।श्री बजरंगबली रामलीला समिति चौहट्टा मोहिउद्दीनपुर के तत्वाधान में 38 वें वर्ष के रामलीला कार्यक्रम के आठवें दिन की लीला में बाली वध, लंका दहन की सुंदर लीला का वृंदावन के कलाकारों द्वारा मंचन किया गया।
शनिवार को श्री बजरंग बली रामलीला समिति द्वारा आठवें दिन की लीला का शुभारंभ सभासद कमलेश उर्फ कल्लू द्वारा भगवान की आरती कर किया गया।उसके पश्चात सभासद इंतिसार अंसारी,इकबाल अंसारी,नावेद अंसारी मारूफ अंसारी,हाजी वकील का रामलीला समिति के पदाधिकारियों द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया। उसके पश्चात कृष्णा हिंदुस्तानी म्यूजिकल ग्रुप वृंदावन धाम के कलाकारों द्वारा सीता हरण की लीला के बाद भगवान राम और लक्ष्मण सीता की खोज में जंगल-जगल भटकते हैं । जहां उनकी भेंट हनुमान जी से होती है, राम लक्ष्मण हनुमान जी को सीता हरण की बात बताते है।उसके पश्चात हनुमान जी ने सुग्रीव से राम और लक्ष्मण की मित्रता कराई,तो सुग्रीव ने राम लक्ष्मण को बताया कि किस तरह से बाली ने उसका राजपाट छीन कर उसे भगा दिया । उसके बाद भगवान राम सुग्रीव से बाली से युद्ध करने की बात कहते हैं । लेकिन युद्ध में दोनों एक ही शक्ल के होने के चलते भगवान राम बाण नहीं चला पाते हैं। उसके पश्चात भगवान राम द्वारा सुग्रीव को माला पहनाकर युद्ध लड़ने के लिए भेजते है ।बाली और सुग्रीव के युद्ध के दौरान भगवान राम बाली का बाण छोड़कर वध कर देते हैं । बाली वध के बाद हनुमान जी सीता की खोज में लंका पहुंचते हैं । जहां सीता मां को भगवान राम का दूत बता कर कुछ फल खाने की अनुमति लेते हैं उसके बाद वाटिका उजाड़ गुजार देते हैं और जब रावण द्वारा हनुमान जी को बंधक बना लिया जाता है रावण के कहने पर हनुमान जी की पूंछ में आग लगा दी जाती है । पूंछ में आग लगते ही हनुमान जी अपनी लीला दिखाते हुए लंका का दहन करते हैं । इस दौरान समिति के अध्यक्ष रजनीश मिश्र, महामंत्री अनुराग मिश्र, कोषाध्यक्ष अनिल मिश्र ,प्रेमशील पांडेय, उपाध्यक्ष वीरेंद्र मिश्र ,सुधीर मिश्र, रविशंकर दीक्षित , अखिलेश मिश्र, संतोष मिश्र ,नीलेश मिश्रा, श्याम सिंह यादव ,नत्थू आर्य सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।