हरदोई।केंद्र सरकार द्वारा चालू संसद सत्र में लाये जा रहे बैंकिंग अधिनियम संशोधन विधेयक 2021 के ख़िलाफ़ आंदोलनरत बैंककर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया। बैंककर्मियों ने 2 दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने का फैसला लिया। बैंककर्मी संगठनों का कहना है कि निजीकरण राष्ट्रहित के विरुद्ध है।
शहर के रेलवेगंज क्षेत्र में स्थित जिले की अग्रणी बैंक,बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा पर दोपहर भोजनावकाश में इकट्ठे हुए बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के इस विधेयक को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको के निजीकरण का मार्ग प्रशस्त करना बताया।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स की स्थानीय इकाई के बैनर तले हुए इस विरोध प्रदर्शन में बैंक ऑफ इंडिया के अलावा पंजाब नैशनल बैंक, इंडियन बैंक,सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया,बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों अधिकारियों ने हिस्सा लिया।यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के संयोजक आर के पाण्डेय ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए कहा कि राष्ट्र और इसके लोग देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मालिक हैं और चुनी हुई सरकार को महज़ इनकी रखवाली करने का दायित्व है। लेकिन नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के आक्रामक तरीक़े से निजीकरण की तरफ़ बढ़ रही है। हम इस क़दम की कड़ी आलोचना और पुरजोर विरोध करते है। और आगामी 16 व 17 दिसंबर को बैंक बंद रहेंगे।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के घटक संगठन एनसीबीई के नेता क्षितिज पाठक (बैंक ऑफ इंडिया) ने कहा कि सरकार संसद में जो बिल लाने जा रही है उससे बैंकों के निजीकरण का रास्ता साफ होगा और रोजगार के अवसर कम होंगे। साथ ही किसानों, छोटे व्यवसायियों, स्वयं सहायता समूह समेत कमजोर वर्गों के लिए ऋण सुविधा भी लगभग खत्म हो जाएगी।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के घटक संगठन आयबाक के अधिकारी नेता रवि शुक्ला (बैंक ऑफ इंडिया) ने कहा कि सरकार संसद में जो बिल लाने जा रही है उससे बैंकों के निजीकरण का रास्ता साफ होगा और रोजगार के अवसर कम होंगे। साथ ही किसानों, छोटे व्यवसायियों, स्वयं सहायता समूह समेत कमजोर वर्गों के लिए ऋण सुविधा भी लगभग खत्म हो जाएगी।
प्रदर्शनकारियों में प्रमुख रूप से वेदप्रकाश पांडे, अजय मेहरोत्रा, दीपक बाजपेई, वीर बहादुर सिंह, दीपक शुक्ला, अनामिका सिंह, गुंजन तिवारी, अंकिता त्रिवेदी, स्मृति श्रीवास्तव, भान सिंह कुशवाहा, महेंद्र सिंह, विनय वर्मा, नसीम, हर्षित गुप्ता, पवन मिश्रा, राजकुमार, ओमेंद्र, पंकज सिंह, मालती, सुशीला, ऋषि पाल, मो० शाहिद, पुनीत गुप्ता, अभिषेक मिश्रा, रोचिन सिन्हा, विभांशु, सुरभि, साधना, रेनू, प्रकाश, मुकेश स्वरूप, प्रमोद कुमार मौजूद रहे।