हरदोई।शहर के शुगर मिल कालोनी स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के प्रांगण में चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में तपोभूमि नैमिषारण्य से पधारे कथा व्यास पं. संजय मिश्र जी महाराज ने पांचवें दिन श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा का वाचन करते हुए कहा कि भगवान भक्तों के वश में हैं। भगवान हमेशा अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं।
उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर पाप,अनाचार बढ़ता है,तब-तब भगवान श्रीहरि धरा पर किसी न किसी रूप में अवतार लेकर भक्तों के संकट को हरते हैं।
उन्होंने कहा कि जब कंस के पापों का घड़ा भर गया, तब भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लेकर कंस का अंत किया और लोगों को पापी राजा से मुक्ति दिलाई। कथा के दौरान आचार्यश्री ने अनेक भक्तिपूर्ण भजन प्रस्तुत किए। जिनमें नंद घर जन्में कन्हैया, कान्हा अब तो ले लो अवतार बृज में, में तो नंद भवन में जाऊंगी, यशोदा जायो ललना, श्याम तेरी वंशी पुकारे राधा राम भजनों को सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो थिरकने को मजबूर हो गए।
इस दौरान आचार्य श्री ने कहा कि आज व्यक्ति मोह माया के चक्कर में फंसकर अनीति पूर्ण तरीके से पैसा कमाने में जुटा है।जिसका परिणाम अंतत: उसे भोगना पड़ता है। मानव मानव की तरह नहीं जी रहा है। श्रीमद् भागवत जीवन जीने और मरने की कलां सिखाती है। उन्होंने बताया कि कलयुग में दुख के तीन कारण हैं, समय, कर्म और स्वभाव। उन्होंने कहा कि स्वभाव से जो दुखी है वो कभी सुखी नहीं हो सकता। जिस घर में अनीति से धन कमाया जाता है उस परिवार में कभी एकता नहीं रहती। वहां हमेशा बैर बना रहता है। श्रीमद्भागवत कथा में आचार्य सरोज पांडेय, पृथ्वीराज सिंह, अदित्य विक्रम सिंह, राम किशोर, विदेश दीपक गुप्ता, पंकज सिंह, दिनेश सिंह, प्रांशू त्रिवेदी, डॉ. शिवम त्रिवेदी,अवधेश गुप्त विवेक सिंह,राकेश तिवारी आदि भक्तगण मौजूद रहे।