हरदोई। ज़िंदगी का सफर तमाम तरह की मुश्किल रास्तों से गुज़रता है, लेकिन अगर हौसला चट्टान सा मज़बूत हो तो हर मुश्किलें मोम सी पिघल जाती हैं। बीमार बुज़ुर्गों का हाल-चाल जानने उनके घर पहुंचे बच्चों ने कुछ इसी तरह की बातें साझा करते हुए बुज़ुर्गों के हौसलों को अपनी हिम्मत के पंख दिए।
अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर स्कूली बच्चों ने बड़े-बुज़ुर्गों का सम्मान करने और उनकी हर मुमकिन मदद करने की प्रतिज्ञा ली।बावन ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जोगीपुर में पूरे मान-सम्मान के साथ वृद्ध दिवस मनाया गया। प्रधानाध्यापिका तरन्नुम ख़ातून ने प्रतिज्ञा कराई। इसके बाद बच्चों ने विद्यालय पहुंचे बड़े-बुज़ुर्गों के साथ बैठ कर उनकी बातों को गौर से सुना,कई तरह की नसीहतें ली। बुज़ुर्गों ने अपने साथ बैठे बच्चों को अच्छा नागरिक बन देश की सेवा करने का आर्शीवाद दिया। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए बच्चे बीमार बुज़ुर्गों का हाल-चाल जानने उनके घर पहुंचे। मुश्किलों की मार से टूट चुके बुज़ुर्गों से जब बच्चों ने उनका हाल पूछा तो नाउम्मीदी से थक चुकी आंखों में चमक लौट आई। लग रहा था कि उनके हौसलें अभी थके नहीं, बल्कि बच्चों के पंख मिलते ही उनकी हिम्मत को उड़ान मिल गई। बच्चों ने उन्हें हर पल साथ निभाने का भरोसा दिलाया। साथ ही संकल्प लिया कि हर हाल में बुज़ुर्गों का सम्मान बनाएं रखेंगे।