कछौना,हरदोई।कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत प्रशासन की अनदेखी के चलते 21वीं सदी में भी गांव-गांव ढोंगी बाबाओं/मौलवियों की दुकानें चल रही है, जहां पर यह लोग भोले भाले लोगों को जाल में फंसा कर मानसिक व आर्थिक रूप से शोषण कर रहे हैं। यह लोग द्वारा महिलाओं को झांसे में लेकर उनसे दुष्कर्म के मामले भी कई बार प्रकाश में आय हैं। लड़कियों को अनैतिक कार्यो की तरफ धकेल देते हैं। प्रचार से आकर्षित होकर महिलाएं उनके पास पहुंचती है। क्षेत्र में तांत्रिकों और बाबाओं/मौलवियों की भरमार है, जो भोली-भाली महिलाओं को तरह-तरह के कष्टों से मुक्ति दिलाने के नाम पर उनको अपने जाल में फंसाते हैं। बहुत से मामलों में यह भी देखने में आया है कि ये तांत्रिक लोग के परिवारों को तोड़ने की स्थिति पैदा कर देते हैं। युवा पीढ़ी को नशा करने व चोरी करने के तरीके सीखा देते हैं। ये बाबा प्रचार-प्रसार के विभिन्न साधन अपनाते हैं, जिससे जनता समझ नहीं पाती कि सच्चाई क्या है और झूठ क्या है? लोग उनकी बातों में आंख मूंद कर भरोसा करते हैं, जिसके चलते आए दिन अनहोनी घटनाएं घट रही हैं। वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था लचर होने व रोजगार के संकट के कारण अवसाद के लोगों में इजाफा है। जिसका फायदा गांव गांव में स्थित ढ़ोगी तांत्रिकों की दुकानें चल रही हैं। वह झाड़-फूंक के नाम पर सभी बीमारियों के इलाज का दावा करते हैं। भोले वाले लोग व अशिक्षा के कारण उनके झूठ फरेब में फंसते चले जाते हैं। छोटी बीमारी को धीरे-धीरे बड़ा बना लेते हैं। वह काफी समय बाद खुद को ठगा महसूस करते हैं। धार्मिक आस्था जोड़ देने के कारण जागरूक नागरिक विरोध नहीं कर पाते हैं। क्षेत्रीय विकास जन आंदोलन के संयोजक रामखेलावन कनौजिया ने बताया ढ़ोगी तांत्रिकों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करनी चाहिए। 21वीं सदी में इस तरह की चीजों का बढ़ावा काफी शर्मनाक है, क्योंकि मनुष्य आज समुद्र की गहराइयों और चांद पर घर बनाने की बात कर रहे हैं।
Check Also
चकबंदी आयुक्त से शिकायत के बाद अधिकारियों ने दर्ज कराए किसानों के बयान
मल्लावां हरदोई ।। सहायक चकबन्दी कार्यालय राघौपुर के गांव बेरिया नजीरपुर में की जा रही …