हरदोई। नुमाइश मेले में चल रही श्रीरामलीला में भरत मिलाप तथा रामराज्य अभिषेक की लीला का मंचन किया गया।मंचन में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी लंका पर विजय प्राप्त करके विभीषण को लंका का राज्य देते हैं। हनुमान जी सीता को लाते हैं और रामचंद्र जी, माता जानकी की अग्नि परीक्षा लेते हैं। सभी वानर,भालू तथा हनुमान जी के साथ वापस अयोध्या के लिए प्रस्थान करते हैं। प्रभु श्री राम सभी संतो को मिलते हुए गंगा में स्नान करते हैं। माता जानकी गंगा जी का पूजन करती हैं तथा अयोध्या के समीप पहुंचकर श्री रामचंद्र जी हनुमान को अयोध्या में सूचना देने के लिए भेज देते हैं। हनुमान जी भरत लाल को श्री राम जी के आगमन का समाचार सुनाते हैं। भरत लाल तुरंत गुरु वशिष्ठ को यह समाचार सुनाते हैं। गुरु वशिष्ठ और भरत लाल प्रभु श्री राम जी के पास पहुंचते हैं। इस प्रकार भरत और प्रभु श्री राम जी का मिलाप होता है। गुरुजी रामचंद्र जी को स्नान करने का आदेश देते हैं और राज्य अभिषेक की तैयारी कराते हैं। प्रभु श्री रामचंद्र जी जानकी के साथ सिंहासन पर बैठते हैं।गुरु वशिष्ठ जी श्री रामचंद्र जी का प्रथम तिलक करते हैं।तत्पश्चात श्री रामलीला मेला कमेटी के पदाधिकारी गण श्री रामचंद्र जी का तिलक करते हैं। भोग लगाते हैं। श्री रामचंद्र जी के राजा हो जाने पर सभी अयोध्यावासी प्रसन्न हो जाते हैं और खुशियां मनाते हैं। इस मौके पर आयोजक राम प्रकाश शुक्ला,कृष्ण अवतार दीक्षित, प्रेम शंकर द्विवेदी, सुरेश पांडे, प्रमोद मिश्रा, कृष्ण दत्त शुक्ला आदि लोग मौजूद रहे।
Check Also
सपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री का जन्मदिन मनाया
बिलग्राम हरदोई ।। पूर्व मुख्यमंत्री और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव के जन्म दिन के शुभ …