लेखपाल ने दिव्यांग को मृत दर्शाकर की हेराफेर
07 माह से अधिकारियों के चक्कर काट रहा दिव्यांग पेंशन धारक
हरदोई।जिले में भ्रष्टाचार का एक अजब-गजब कारनामा सामने आया है, दिव्यांगजन पेंशन धारक द्वारा सत्यापन के दौरान जब लेखपाल को रिश्वत नही दी गयी तो लेखपाल ने उसे मृत दर्शा दिया,जिससे उसकी पेंशन रोक दी गयी। करीब 07 माह से दिव्यांग पीड़ित खुद को जीवित दर्शाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा है।
सांडी ब्लॉक के मोहल्ला काजीटोला निवासी शमसाद हुसैन पुत्र स्व. इम्तियाज ने बताया कि दिव्यांग होने की वजह से वर्ष 1990 से वह लगातार पेंशन धारक है। वर्ष 2019-20 में पेंशन के सत्यापन के लिए क्षेत्रीय लेखपाल ब्रजेश मिश्रा द्वारा फोन कर उसे बुलाया गया, जिस पर उसने लेखपाल के समक्ष स्वयं प्रस्तुत होकर पेंशन सत्यापन से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराए थे। पीड़ित का आरोप है कि इस दौरान लेखपाल द्वारा सुविधा शुल्क की मांग की गई।
गरीब होने की वजह से दिव्यांग द्वारा रिश्वत नही दी जा सकी। इस कारण लेखपाल ब्रजेश मिश्रा ने पेंशन की सत्यापन रिपोर्ट में उसे मृत दर्शा दिया। जिससे करीब 7 वर्ष से उसके खाते में पेंशन आनी बंद हो गयी। पीड़ित द्वारा दिसंबर 2020 में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसकी आख्या में उसके मृत दर्शाये जाने की बात सामने आई। तब से लगातार पीड़ित दिव्यांग पेंशन के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा है, पर उसकी सुनने वाला कोई नही है।