हरदोई। जनपद के पूर्व जिलाधिकारी तथा वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी एके चतुर्वेदी के निधन पर जनपद में शोक की लहर छा गई।ट्रस्ट के ट्रस्टी जनों तथा सहयोगियों की गांधी भवन में हुई शोकसभा में उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके द्वारा स्थापित वटवृक्ष वरदान ट्रस्ट के अंतर्गत उनके अधूरे सपनों को पूरा करने और उनकी स्मृतियों को चिर स्थाई बनाने का संकल्प लिया गया।
वरिष्ठ ट्रस्टी अरुणेश बाजपेई की अध्यक्षता में हुई शोकसभा में ट्रस्ट के सचिव अतुल कांत द्विवेदी ने उन्हें जरूरतमंदों की सेवा वाला मसीहा बताया। डॉक्टर ए पी सिंह ने उन्हें सदाशयता की पूर्ति मूर्ति की संज्ञा दी। अशोक श्रीवास्तव ने उन्हें छोटे बड़े में भेद ना करने वाले महान व्यक्तित्व के रूप में याद किया तो करुणा शंकर द्विवेदी ने उनके द्वारा बताए मार्ग पर चलने की नसीहत दी। श्रवण दीक्षित ने उन्हें दया और करुणा की प्रतिमूर्ति बताया।अविनाश मिश्र ने उनके प्रशासनिक क्षमता की प्रशंसा की। आलोकिता श्रीवास्तव ने उन्हें संरक्षक के रूप में याद किया। जेपी श्रीवास्तव ने उन्हें बहुमुखी प्रतिभा का धनी बताया। शोक सभा में अन्य लोगों के अतिरिक्त कार्तिकेय गुप्ता, सरिता अग्रवाल, अनिल महिंद्रा, प्रेम शुक्ला, अनिल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था श्री सरस्वती सदन में अरुणेश बाजपेई की अध्यक्षता में हुई शोक सभा में हरदोई के उत्थान के साथ लोक कल्याण में सराहनीय योगदान के सारथी चतुर्वेदी जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सदन पुस्तकालय वाचनालय बंद रखा गया। यह जानकारी सदन के मंत्री मनीष कुमार मिश्र ने दी। रफी अहमद किदवई इंटर कॉलेज में हुई शोकसभा के उपरांत विद्यालय परिवार ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया तथा 2 मिनट मौन रखकर विद्यालय बंद कर दिया गया। यह जानकारी प्रधानाचार्य डॉ अमित कुमार वर्मा ने दी। साहित्यिक संस्था प्रतिबिंब के महासचिव अनिल श्रीवास्तव द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, संस्था के सदस्यों द्वारा शोक व्यक्त करते हुए उनके साहित्यिक योगदान का स्मरण किया और मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।