हार के गोपालगंज में हैं एसएसपी,पति-पत्नी दोनों 2008 बैच के आईपीएस
जिले के गांव पलिया निवासी हैं आईपीएस दम्पति
हरदोई।जिले के ब्लॉक हरपालपुर के गांव पलिया की बहू आईपीएस निताशा गुड़िया को उनकी बेहतर पुलिस सेवाओं के लिए ‘यूनियन होम मिनिस्टर्स फार एक्सीलेंस अवार्ड 2021’ से नवाजा गया है। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार से लेकर परिचितों और जिले के लोगों ने खुशी जतायी।
आईपीएस अधिकारी निताशा वर्तमान में बिहार के जिला गोपालगंज में एसएसपी हैं और उनके आईपीएस पति सत्यवीर सिंह यादव भी बिहार में ही तैनात हैं। पति-पत्नी दोनों 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। निताशा ने बेतिया में एसपी रहते हुए एक हत्याकांड का इन्वेस्टीगेशन स्वयं अपने हाथ में लेकर मात्र 8 दिन में आराेपी को दिल्ली से पकड़ लाकर हत्यकाण्ड का खुलासा किया था। इससे वहां का सामाजिक सौहार्द बिगड़ने से बच गया था।
जानकारी के अनुसार, 22 अगस्त, 2019 की रात बेतिया के इंडस्ट्रियल एरिया लालूनगर में एक अधकटा सिर मिला था। 23 अगस्त की सुबह उसी एरिया में तीन टुकड़ों में क्षत-विक्षत शव एक बोरे में मिला था। वहां के निवासी अख्तर हुसैन ने शव को अपने बेटे खालिद हुसैन का बताते हुए शहर के नामचीन व्यवसायी रोहित सिकारिया और उनकी पत्नी नगर पंचायत सभापति गरिमा सिकारिया पर हत्या का आरोप लगा।प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस घटना के बाद बेतिया का सामाजिक सौहार्द बिगड़ने लगा। एसपी निताशा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वयं तहकीकात में जुट गयीं और खालिद काे दिल्ली से पकड़कर ले आईं। उन्हाेंने यह साबित किया था कि जिसकी हत्या हुई थी, उसे खालिद व उसके साथियों ने ही मारा था। इसके बाद वह दिल्ली भाग गया था। एसपी निताशा की सक्रियता से बेतिया सहित आसपास शहरों का सामाजिक सौहार्द बिगड़ने से बच गया।आईपीएस निताशा की पहचान लेडी सिंघम के रूप में है। वे मूल रूप से दिल्ली की हैं और उनके पिता इंडियन ऑयल कारपोरेशन में पदस्थ थे। उन्होंने दिल्ली विवि से स्नातक और टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल स्टडीज (टिस) से मास्टर की डिग्री हासिल की है। 2008 में भारतीय पुलिस सेवा के लिए चुनी गई निताशा के पति सत्यवीर सिंह भी 2008 बैच के ही आईपीएस अधिकारी हैं और हरदोई जिले के गांव पलिया निवासी शिक्षक अशोक यादव के बेटे हैं। उनकी शिक्षा भी पलिया गांव में ही हुई। वह भी बिहार में ही तैनात हैं। आईपीएस निताशा की प्राथमिकता आम लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को दूर करना है। वे महिलाओं से मिलना-जुलना अधिक पसंद करती हैं। उन्होंने बताया कि महिला अधिकारी होने के नाते वह महिलाओं व बच्चों की समस्या को नजदीक से जानने की कोशिश करतीं हैं। आईपीएस निताशा सिंह को उनकी बेहतर पुलिसिंग के लिए गृह मंत्रालय से एक्सीलेंस अवार्ड मिलने पर हरपालपुर के ब्लॉक प्रमुख अनोखेलाल कश्यप, पंचनद समिति संयोजक अवनिकांत बाजपेयी, सरस्वती सदन की लाइब्रेरियन सीमा मिश्र सहित जिले के लोगों ने खुशी जतायी।