हरपालपुर/हरदोई।कस्बे के टैक्सी स्टैंड संचालक ने इको गाड़ियों की बुकिंग दिलवाने के नाम पर 14 इको गाड़ियों के सैलेंसर से कैटलिक कनवर्टर चोरी से निकाल लिये थे।इस मामले में टैक्सी स्टैंड संचालक समेत चार लोगों पर क्षेत्राधिकारी हरपालपुर के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। 21 दिन बीत जाने के बाद भी हरपालपुर पुलिस के आरोपियों तक हाथ नहीं पहुंच सके हैं।इस संदर्भ में वादी का आरोप है कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।
हरपालपुर कस्बा निवासी फिरोज सिद्दीकी की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि कस्बे के ही टैक्सी स्टैंड संचालक गौरव द्विवेदी ने बुकिंग के नाम पर इको गाड़ियों को मंगवा कर अलग-अलग मालिकों की 14 गाड़ियों से साइलेंसर का करीब 80 हजार रुपये की कीमत का क्रैटलिक कनवर्टर चोरी से निकाल लिया।बीते 31 जुलाई को एक ही दिन में चार गाड़ियों को बारी-बारी से बुलाकर एक घंटे के अंतराल में उक्त महंगा पार्ट निकाल लिया।बाद में सभी गाड़ियों को मरीज की मौत हो जाने की बात बता कर बुकिंग कैंसिल होने का बहाना बनाकर गाड़ियों को वापस भेज दिया।इससे गाड़ी मालिकों को शक हुआ।इन सभी गाड़ियों में जब स्टार्टिंग की दिक्कत हुई। जिस पर गाड़ी मालिकों ने एजेंसी पर चेक कराया तो पता चला कि गाड़ी का उपरोक्त महँगा पार्ट गायब है।इस मामले में सभी गाड़ी मालिकों ने कोतवाली में तहरीर दी। जब स्थानीय पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही न होने पर जिलाधिकारी समेत आला अधिकारियों से शिकायत की। जिलाधिकारी के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी हरपालपुर ने मामले की जांच कर रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए।सीओ के आदेश पर गाड़ी मालिक फिरोज सिद्दीकी की तहरीर पर टैक्सी स्टैंड संचालक गौरव द्विवेदी उसके भाई राम जी द्विवेदी व साथी अमित रामप्रताप के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई था। हरपालपुर पुलिस की निष्क्रियता के चलते कैटलिक कन्वर्टर चोरी करने वाले गिरोह तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके हैं। आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। वैसे तो क्षेत्र में कई महीनों से यह गिरोह सक्रिय था।जब गिरोह ने एक बार में ही 14 गाड़ियों को अपना निशाना बनाया। उन्होंने अपनी गाड़ियों को चेक करवाया तो उससे महंगा पार्ट गायब निकला।फिरोज की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया। लेकिन 21 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।