हरपालपर/ हरदोई।भारतीय किसान मजदूर यूनियन दशहरी के तहसील अध्यक्ष प्रमोद सिंह यादव ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि क्षेत्र के तमाम गांव की हालत किसी से छिपी नहीं है आज भी बरसात के दिनों में लोग पैदल घर नहीं पहुंच पाते हैं।
उन्होंने बताया कि ज्यूरी से बरसाना रोड हो या नुर्रापुरवा चतरखा रोड,बरनई से रामपुर रोड आज तक पक्की सड़क नहीं बन पाई है।पलिया से बेडीजोर मार्ग की हालत बहुत ही दयनीय है। आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा। किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहने वाली सरकार को शायद किसानों की हालत पता नहीं है। हरपालपुर में कोई किसान मंडी ना होने के कारण किसानों को अपनी उपज को औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है।ऊपर से आवारा गोवंश किसानों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत हैं। सरकार ने गौशाला खुलवा कर लाखों रुपए का बजट खर्च कर रही है फिर भी सैकड़ों की तादात में आवारा गोवंशो के झुंड किसानों के खेतों में देखे जा सकते हैं। शिक्षा के नाम पर पूरे इलाके में एक भी राजकीय इंटर कॉलेज तथा डिग्री कॉलेज नहीं है। क्षेत्र के लोगों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर शहरों में जाना पड़ता है। विद्युतीकरण योजना के तहत घर घर बिजली के तार पहुंचा दिए गए हैं लेकिन लोगों को बिजली के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं। जहां बिजली पहुंच रही है वहां इतना कम वोल्टेज है कि इन लोगों के विद्युत उपकरण भी नहीं चल पा रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर हरपालपुर में सीएचसी है भारी भरकम स्टाफ है लेकिन दवाएं नहीं है।संसाधनों और सुविधाओं की कमी के चलते मजबूरन लोगों को निजी चिकित्सालय में जाना पड़ता है।