कहा,बाबा को लैपटॉप चलाना नही आता,क्या बांटेंगे
डायल 100,डीजीपी ऑफिस, मुख्यमंत्री का बैठक स्थान, समाजवादी सोफा, समाजवादी मुख्यमंत्री की गाड़ी, मुख्यमंत्री को लेकर उड़ने वाला हेलीकॉप्टर,ये सभी समाजवादी पार्टी की देन बताया
हरदोई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय मुखिया अखिलेश यादव ने माधौगंज के लखनऊ पब्लिक स्कूल में विजय रथ यात्रा की जनसभा में प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सरदार पटेल की जयंती के बहाने जिन्ना के जिन्न को भी याद कर डाला। बताया, नेहरू और गांधी तथा जिन्ना एक ही स्कूल से पढ़कर आने वाले एक ही विचारधारा के व्यक्ति थे। यहां के बाबा को लैपटॉप चलाना नहीं आता है इसीलिए उन्होंने लैपटॉप नहीं बांटे।जिले के माधौगंज कस्बे में लखनऊ पब्लिक स्कूल में आयोजित जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि बाबा मुख्यमंत्री ने लैपटॉप इसलिए नहीं बांटा क्योंकि उनको लैपटॉप चलाना नहीं आता है।अभी तक तो हम लोग यह मानते थे कि वह लैपटॉप चलाना नहीं जानते, एक अधिकारी ने बताया कि वह लैपटॉप तो लैपटॉप मोबाइल चलाना भी नहीं जानते हैं।बीजेपी के लोग सब जेब में पुड़िया रखते हैं इनसे बच के रहना,आज के समय जो लैपटॉप और मोबाइल नही पाया,आज के समय में नौजवानों आपकी क्या बात सुनेगा।अखिलेश यादव ने कहा, मैंने सुना है कि अभी लखनऊ में देश के सभी डीजीपी आएंगे।मुझे खुशी है इस बात की कि भारतीय जनता पार्टी को अपना कोई काम दिखाने को नहीं है, देश के बड़े बड़े अधिकारी आएंगे, अगर वह देखेंगे तो समाजवादियों का डायल हंड्रेड और डीजीपी ऑफिस जो समाजवादी सरकार ने बनाया हुआ है।इस भारतीय जनता पार्टी ने कोई काम नहीं किया, जो कभी हमसे हमारे काम का हिसाब किताब मांगते हैं तो सोचो मुख्यमंत्री जी जहां बैठते हैं वह भी समाजवादी सरकार ने बनाया है जिस सोफे पर वह बैठते हैं,वह भी समाजवादी सरकार का खरीदा हुआ है और जिस गाड़ी में लखनऊ में चलते हैं वह भी समाजवादी सरकार की खरीदी हुई है,जिस हेलीकॉप्टर से कभी-कभी उड़ते हैं वह भी समाजवादी सरकार का खरीदा हुआ है, इनका अपना क्या है।सोचो ! इसलिए धुआं उड़ाने वाले लोगों को धुएं में उड़ा दो।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन को देखकर फैसले लेते थे, वह जमीन को समझ लेते थे,तभी फैसला लेते थे इसीलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते थे।सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे। एक ही जगह पर पढ़ाई लिखाई की। वह बैरिस्टर बने। उन्होंने आजादी दिलाई।अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वह पीछे नहीं हटे।एक विचारधारा जिसने पाबंदी लगाई, अगर किसी ने पाबंदी लगाई थी लौह पुरुष सरदार पटेल जी ने पाबंदी लगाने का काम किया था। आज जो देश की बात कर रहे हैं वह हमें और आपको जाति और धर्म में बांटने की बात कर रहे हैं। अगर हम जाति और धर्म में बंट जाएंगे तो हमारे देश का क्या होगा, दुनिया में हमारे देश की सबसे बड़ी पहचान यही है। हम अलग-अलग जाति और धर्म के लोग एक साथ रहने का काम करते हैं। दुनिया में एक साथ इतनी जाति और धर्म के लोग एक साथ नहीं रहते हैं। इसलिए हम आज के दिन सरदार पटेल को याद कर रहे हैं, जिन्होंने देश को एक कर दिया रियासतों को खत्म कर दिया था, कोई ताकत ऐसी हो जो जातियों और धर्म में लड़ाई कराये, हम उसकी विचारधारा को नहीं मानेंगे। इसलिए धुआं उड़ाने वाली सरकार को धुएं में ही उड़ा दो।