हरपालपुर/हरदोई।अरवल थाने मे एक फरयादी महिला की रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय शांति भंग में चालान करने तथा बेटे को मारपीट कर थाने से भगा देने के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर भारतीय किसान मजदूर यूनियन दशहरी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष प्रमोद सिंह यादव के नेतृत्व में बेडीजोर पुल पर रविवार से शुरू अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को पहुंचे क्षेत्राधिकारी हरपालपुर परशुराम सिंह ने समझा-बुझाकर कार्यवाही का आश्वासन पर खत्म कर दिया गया।
अरवल थाना क्षेत्र के खजुआपुर गांव में 3 नवंबर को सरस्वती व रामलली के बीच मारपीट की घटना हुई थी।दोनों पक्षों की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई।लेकिन पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए शांति भंग में चालान कर दिया था। सरस्वती के बेटे सचिन का आरोप था कि रविवार को मारपीट के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने पर गया जहाँ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने की वजाए उसकी मां सरस्वती का दूसरी बार शांति भंग में चालान कर दिया। तथा उसे पुलिस कर्मियों ने मारपीट कर थाने से भगा दिया। अरवल पुलिस की कार्यशैली से नाराज भारतीय किसान मजदूर यूनियन के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष प्रमोद सिंह यादव ने रविवार को पीड़ित परिवार व किसानों के साथ अरवल थाना क्षेत्र के बेड़ीजोर पुल पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।उनकी मांग थी कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही व पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाएगी। धरना जारी रहेगा। रविवार की दोपहर से लेकर सोमवार दोपहर तक चले धरना प्रदर्शन के बाद सोमवार को दूसरे दिन हरपालपुर व अरवल पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी हरपालपुर परशुराम सिंह ने पीड़ित महिला की रिपोर्ट दर्ज कर महिला के साथ अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद भाकियू का धरना खत्म हो गया।