हरदोई।२०२१ से २०२३ के लिए ‘विश्व मधुमेह दिवस’ की थीम है ‘मधुमेह का उपचार आसान हो, अगर अभी नहीं तो कब?
शहीद उद्यान स्थित कायाकल्पकेन्द्रम् के संस्थापक व सीनियर नेचरोपैथ डॉ राजेश मिश्र ने बताया कि दुनिया भर में दस में से एक वयस्क को मधुमेह की शिकायत है। इसमें से अधिकतर लोगों को टाइप-२ डायबिटीज है। बताया बीसों करोड़ लोगों को पता ही नहीं है कि वे मधुमेहग्रस्त हैं।
डॉक्टर मिश्र ने बताया मधुमेह की शुरुआत तब होती है, जब अग्नाशय (पैन्क्रियाज) इंसुलिन बनाने में असमर्थ हो जाता है। इसके अतिरिक्त पैन्क्रियाज द्वारा बनाये गये इंसुलिन को शरीर सही से इस्तेमाल नहीं कर पाता, तब मधुमेह रोग हो जाता है।
डॉ० राजेश ने कहा कि प्राकृतिक जीवनशैली अपनायें। खान-पान सही रखें। पौष्टिक आहार लें। कहा योगासन, व्यायाम और ध्यान को दिनचर्या में शामिल करना होगा। तनाव और अवसाद की स्थिति से स्वयं को बचायें। बताया अपने चिकित्सक की सलाह का अनुसरण करें, लापरवाही भूलकर भी न करें।
डॉ श्रुति दिलीरे, दीपाली, अनामिका, उमा देवी, अभिषेक पाण्डेय, मुदित त्रिपाठी, गोविन्द गुप्त सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।