हरदोई।ड्यूटी पर जाते समय हृदय गति रुकने से सैनिक दिवाकर की हुई मौत से दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। बड़े बेटे लव ने पिता को सैलूट कर अंतिम विदाई दी।
जब पंजाब के फिरोजपुर में तैनात एक सैनिक का शव उसके पैतृक गांव पहुंचा तो अपने लाल के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। मां-बाप पत्नी बच्चों के साथ ग्रामीणों ने अपने लाड़ले को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
पाली थाना क्षेत्र के भरखनी गांव निवासी 33 वर्षीय दिवाकर पुत्र बालमुकुंद बाजपेई ने प्राथमिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय व पाली नगर के पंत इंटर कॉलेज में पूरी की इसके बाद वह देशभक्ति के जज्बे के साथ 2009 में सेना में भर्ती हो गए 2011 में उनकी शादी सल्लिया कायमगंज निवासी शालिनी के साथ बड़ी धूमधाम के साथ हुई मृतक सैनिक दिवाकर के दो बेटे हैं 8 वर्षीय लव और 5 वर्षीय कुश सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था मंगलवार का दिन इस भरे पूरे परिवार के लिए मनहूस घडियां लेकर आया ड्यूटी पर जाते समय हृदय गति रुकने से दिवाकर की मौत हो गई उसके बाद आर्मी हेड क्वार्टर से अचानक फोन आया कि तुम्हारा बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा दिवाकर की मौत की सूचना सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया सैनिक दिवाकर का पार्थिव शरीर बुधवार की सुबह उनके पैतृक गांव भरखनी पहुंचते ही परिजनों के साथ अपने लाडले के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा पूरे राजकीय सम्मान के साथ सैनिक दिवाकर का अंतिम संस्कार पड़ोसी जनपद फर्रुखाबाद के पंचाल घाट पर किया गया इस दौरान सेना के अधिकारियों के साथ एसडीएम सवायजपुर स्वाति शुक्ला क्षेत्राधिकारी हरपालपुर परशुराम पाली थाना अध्यक्ष संदीप कुमार सिंह के अलावा समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष पदमराग सिंह पम्मू सूरज सिंह सोमवंशी आदि ने पुष्पगुच्छ अर्पित कर सैनिक दिवाकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।