हरपालपुर/हरदोई।कटियारी क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। यहां ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों के लिए बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने के लिए डाक्टर समेत स्वास्थ्य कर्मियों की भारी-भरकम फौज तैनात है।परंतु अस्पताल बंदी के कगार पर है। यहां अस्पताल के खुलने का न तो कोई समय है।न दवाओं की समुचित व्यवस्था है।
हरपालपुर क्षेत्र के रामगंगा नदी के किनारे स्थित बड़ागांव पीएचसी पर विभागीय सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टर हसामुद्दीन,डॉ प्रीति व आयुष चिकित्सक डॉक्टर वीरसेन बर्मा की तैनाती है।फार्मासिस्ट रविंद्र, सूर्योदय तथा वार्ड बाय विपिन कुशवाहा की तैनाती बतायी गयी है। चौकीदार/स्वीपर के पद पर फरहद की तैनाती है। डा०हसमुद्दीन व डॉक्टर वीरसेन वर्मा सीएचसी हरपालपुर में ड्यूटी करते हैं। जबकि डॉ प्रीति कभी पीएससी बड़ागांव नहीं जाती। न तो वह सीएचसी हरपालपुर आती हैं। पीएचसी बड़ागांव में तैनात डॉ समेत पूरा स्टाफ कभी कभार ही पीएयसी पर पहुंचते हैं।यहां अस्पताल परिसर में कंडे पाथे जाते हैं। पशु घास चरते हैं। अस्पताल में दवाओं का अभाव है। एंबुलेंस तक की व्यवस्था नहीं है। वही रामगंगा नदी को पार करके रोगियों को अपने इलाज के लिए हरपालपुर आना पड़ रहा है जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में हरपालपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित कुमार ने बताया कि इसी महीने उन्होंने यहां का चार्ज लिया है।वह भ्रमण कर पीएचसी बड़ागांव की व्यवस्था दुरुस्त कराएंगे।